नई दिल्ली। काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ नौ अगस्त से देश भर में
आंदोलन चलाने वाले बाबा रामदेव को सपा प्रमुख मुलायम सिंह का समर्थन मिल
गया है। मंगलवार को बाबा रामदेव ने मुलायम सिंह के आवास पर इस संबंध में
मुलाकात की। इससे पहले रामदेव टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू तथा भाजपा
अध्यक्ष नितिन गडकरी से मिलकर इस मामले पर समर्थन मांग चुके हैं।
मुलायम सिंह से मिलने के बाद बाबा रामदेव ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा
उनके ट्रस्ट पर करों की हेराफेरी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार
का यह कदम सिर्फ उन्हें बदनाम करने के लिए उठाया है। उन्होंने यूपीए सरकार
पर हमला करते हुए कहा कि सरकार के गलत कामों में उसकी सहयोगी पार्टियां भी
उसके साथ नहीं हैं।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय की जांच रिपोर्ट में यह आरोप लगाया गया था
कि रामदेव की कंपनी ने निर्यात से होने वाली आय को कम करके दिखाया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि उन्होंने अपनी आमदनी को दर्शाने में भी हेराफेरी की
है। इस रिपोर्ट में रामदेव के ट्रस्ट पर आरबीआई के दिशानिर्देशों का पालन न
करने का भी आरोप है। कहा गया है कि ट्रस्ट ने टैक्स से बचने के लिए
निर्यात को कम करके दिखाया गया है और सामान की कीमतों में हेराफेरी की गई।
यदि रामदेव पर लगाए गए ईडी के आरोप सही साबित होते हैं तो इससे
भ्रष्टाचार के खिलाफ देश भर में उनके द्वारा चलाई जा रही मुहिम पर असर पड़ना
भी तय है।
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