गुरुवार, 27 सितंबर 2012

कांग्रेस का शासन.....


कांग्रेस का शासन, महंगाई जबरदस्त।
मौज उड़ाते नेता मंत्री, आम आदमी पस्त।
देखो रे देखो बदले, कैसे गांधीवादी ।
देशभक्तों से नफरत, इन्हें भायें आतंकवादी।
गुरु, कसाब की सेवा, इनका सूरज करेगी अस्त।
मौज उड़ाते नेता मंत्री, आम आदमी पस्त।

बुधवार, 26 सितंबर 2012

कांग्रेस का हाथ किसके साथ?

   चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी का नारा होता है कि "कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ" परन्तु सत्ता प्राप्ति के बाद वह अपनें ही ध्येय वाक्य "कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ" की माँ का नाका करनें पर तुल जाती है। आपको क्या लगता है कि कांग्रेस का हाथ चुनाव बाद किसके साथ हो लेता है? भ्रष्टाचारियों के साथ, आतंकवादियों के साथ या आम आदमी के साथ? 

सोमवार, 24 सितंबर 2012

हिन्दुओं के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों ?

    रविवार को खबर आई कि राधारानी मंदिर मथुरा में भगदड़, सोमवार को देवघर में तो आज मंगलवार को कानपुर के हनुमान मंदिर में भगदड़ की ख़बरें बताती है कि देश और प्रदेश की सरकारें हिन्दू तीर्थस्थलों और तीर्थ यात्रियों को लेकर बेहद लापरवाह हैं। मुस्लिम तीर्थ यात्रियों की हजयात्रा को लेकर बेहद संवेदनशील नजर आनें वाली सरकारें बहुसंख्यक हिन्दुओं के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों करती हैं?

शुक्रवार, 21 सितंबर 2012

सुनो मुलायम कांग्रेस छोंड़ो

 सुनो मुलायम कांग्रेस छोंड़ो, जनता की आवाज़।
जनता न देगी फिर तुम्हरा 14 में साथ।
महंगाई खोर यह, खूब भ्रष्टाचार है।
संतो को ठग है कहती।
कसाब से प्यार है।
कहें अवस्थी बना लुटेरा, कांग्रेस का हाथ।
जनता न देगी फिर तुम्हरा 14 में साथ।

सुनों मुलायम .....

    केंद्र सरकार और कांग्रेस को लेकर सारे देश और सभी समुदायों में आक्रोश है। महंगाई और भ्रष्टाचार नें हर देशवासी की कमर तोड़ी है, फिर वह चाहे हिन्दू हो या मुसलमान, सिक्ख हो या ईसाई। लेकिन समाजवादी पार्टी इस भ्रष्ट और निकम्मी केंद्र सरकार को बचानें में लगी है। यह पार्टी एक तरफ तो fdi और महंगाई मुद्दे पर सड़कों पर उतर कर विरोध करती है, तो दूसरी तरफ आम आदमी का विश्वास खो चुकी कांग्रेस की केंद्र सरकार को बचानें का आश्वासन भी देती है। आम आदमी आज सबसे ज्यादा महंगाई से परेशान है न कि सपा द्वारा साम्प्रदायिक कही जानें वाली भाजपा से। लेकिन सपा नेता कांग्रेस सरकार को समर्थन के पीछे एक ही वजह बारम्बार गिना रहे हैं, और वह है सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर जो रखना है। महंगाई का दानव आम आदमी का जीवन निर्वहन कितना कठिन कर रहा है, शायद इसका जरा भी एहसास इन तथाकथित समाजवादियों को नहीं है। 

गुरुवार, 20 सितंबर 2012

आज भारत बंद है

     आज भारत बंद है। सभी पार्टियों के जेहन में मिशन 2014 चल रहा है। जनता भी प्रसन्न है कि चलो उसके दुःख दर्द को लेकर कहीं कुछ होता तो दिखा। कांग्रेस बंद के व्यापक असर से सकते में है, तो बीजेपी, सरकार के गिरनें और खुद के सिंहासन चढ़नें की संभावनाओं को लेकर आत्ममुग्ध है। केंद्र सरकार को लेकर सालों से डबल गेम खेल रही सपा और बसपा इस उधेड़बुन में जूझ रही हैं, कि क्या उत्तर प्रदेश की जनता को कुछ दिन और बेवकूफ बनाया जा सकता है या नहीं।

बुधवार, 19 सितंबर 2012

चित्रकूट के घाट पर ......

    भगवान राम मेरे आराध्य हैं। अयोध्या जाकर अयोध्या नाथ प्रभु श्री राम के दर्शनों का तो कई बार संयोग बना, लेकिन चित्रकूट के कामदगिरी के नाथ प्रभु श्री राम के कामतानाथ स्वरूप के दर्शनों से मैं वंचित था। शीघ्र ही एक दिन सुबह सोकर उठा तो स्वतः ही मेरे मन में एक सुन्दर विचार जन्मा कि क्यों न आज चित्रकूट चला जाय ? अपनें मन की बात अपनी धर्म पत्नी से कही तो उन्होंने कई जिम्मेदारियों के निर्वहन की वजह से साथ चलनें में असमर्थता व्यक्त की, लेकिन मुझे जानें के लिए अभिप्रेरित किया। 
    अगली सुबह तीन बजे मैं बांदा होते हुए चित्रकूट पहुँच चुका था। थकावट की वजह से मैं राम घाट पर मन्दाकिनी नदी के किनारे खाली पड़ी एक सीट पर सो गया। जल्द उठकर मन्दाकिनी स्नान किया, और घाट पर बनें अनेंकों मंदिरों में दर्शन किया। मालूम पड़ा कि आज तो पुरुषोत्तम मास की अमावस्या है। हमारे धार्मिक आख्यानों में इस दिन सरयू, गंगा, मन्दाकिनी आदि नदियों में स्नान का बड़ा महत्त्व है। जिस दिन का इन पवित्र नदियों में स्नान हेतु धर्म परायण लोग करीब महीनों पहले से स्मरण कर अपनी यात्रा सुनिश्चित करते हैं, वह संयोग मेरे साथ अनायास ही बन पड़ा, जानकर मन गदगद हो उठा। 
      चित्रकूट के निकट ही स्थित चार धाम की यात्रा भी बड़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है। ये चार धाम हैं, अनुसुइया, गुप्त गोदावरी, स्फटिक सिला और सीताकुंड। इन धामों की यात्रा में भी बड़ी अलौकिक का अहसास हुआ। लेकिन गुप्त गोदावरी की गुफा और स्फटिक सिला के पत्थरों के स्पर्श की अलौकिकता से मन आह्लादित हो उठा। यह सोंचकर कि लाखों-लाखों वर्ष में इस धरती पर बड़े परिवर्तन हुए हैं, लेकिन ये पाषाण ज्यों के त्यों हैं। हो न हो यहाँ निवास करते वक्त मेरे आराध्य प्रभु श्री राम, मैया सीता और भैया लक्ष्मण नें इन पत्थरों का स्पर्श तो अवश्य किया होगा। और अब उन्हीं पत्थरों को खुद के द्वारा स्पर्श करनें के अहसास नें तन-मन को घंटों रोमांचित कर रखा। 
      अंत में मैं थका हारा सा कामता नाथ जी के दर्शनों को जा पहुंचा। लेकिन कामतानाथ जी की एक झलक नें मानों मेरी जन्मों की थकान का हरण सा कर लिया। जहाँ तो मुझे खड़े होनें मात्र से पीड़ा हो रही थी, वहीँ मन कामदगिरी की परिक्रमा करनें को मचल पड़ा। कामदगिरी की परिक्रमा के अलौकिक सुख को मेरे जैसे साधारण व्यक्ति द्वारा शब्दों में बयां कर पाना संभव नहीं है, उसे बस गूंगे का गुड समझा जाय। आप सभी राम भक्तों से निवेदन है कि एक बार चित्रकूट यात्रा अवश्य करें। 
आपका अपना- सुशील अवस्थी "राजन" मोबाइल - 9454699011

शुक्रवार, 14 सितंबर 2012

कांग्रेस भारत छोंडो


     कांग्रेस के नेतृत्व में चल रही यूपीए -2 की केंद्र सरकार नें देश को महंगाई, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के सिवा कुछ नहीं दिया है। देश का आम आदमी इस नाकारा और नाजायज़ सरकार से किस कदर नाराज़ है शायद इसका अंदाज़ा पार्टी माता सोनिया गाँधी को नहीं है। सरकार की गलत नीतियों नें देश की अर्थव्यवस्था की तो ऐसी=तैसी कर ही दी है, समय =समय पर बेलगाम, बडबोले मंत्रियों और पार्टी नेताओं नें देश के आम आदमी का मजाक उड़ाकर मतदाताओं का भी खूब अनादर किया है।
    इस सरकार नें भ्रष्टाचार के नित नए आयाम स्थापित किये हैं। आदर्श, कामनवेल्थ, 2 जी, जैसे बड़े घोटालों के खुल जानें से शर्मिंदा और सकुचाई कांग्रेस नें चलते = चलते कोयले घोटाले से अपना मुंह काला कर लिया है। अब यही काला मुंह लेकर यह देश वासियों से फिर से दिल्ली की गद्दी मांगनें जाएगी।
    भ्रष्टाचार में निमग्न इन कांग्रेसियों पर जिसनें भी ऊँगली उठाई, इन हराम जादों नें उन लोगो पर हर तरह की जुल्म ज्यादती भी की। मतलब चोरी और सीनाजोरी का जो अभद्र सिद्धांत इस हरामजादी केंद्र सरकार नें प्रतिपादित किया है, उसकी दूसरी कोई मिसाल मिल पाना असंभव है। मैं सोनिया गाँधी के निर्वाचन क्षेत्र का बाशिंदा हूँ, और कांग्रेस से मेरा पैत्रक लगाव रहा है, मैनें तय किया है, कि मैं लोकसभा के आगामी चुनावों में राष्ट्रद्रोही हो चुकी कांग्रेस पार्टी को बिलकुल वोट नहीं दूंगा, बल्कि इस गद्दार पार्टी का विरोध करूँगा। आप बताएं क्या मैं गलत हूँ? अंग्रेजों भारत छोंडों के ऐतिहासिक नारे की तर्ज़ पर हर भारत वासी को अब राष्ट्र हित में एक नारे को अपनें ज़ेहन में रखनें की जरुरत है, और वह है कांग्रेस भारत छोंडो।

बुधवार, 12 सितंबर 2012

आजम खां साहब जरा मंत्रियों को संभालिए: मुलायम



mulayam singh said azam khan to handle ministers
कोलकाता 12 सितम्बर । (सुशील अवस्थी "राजन") सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश सरकार के कुछ मंत्रियों के कामकाज के तरीके पर फिर से नाखुशी जाहिर की है। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश के छह महीने की सरकार की तारीफ की और कहा कि यूपी में सपा सरकार के फैसलों से पार्टी को लोकसभा चुनाव में निश्चित तौर पर फायदा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार में कुछ मंत्रियों का रवैया ठीक नहीं है, उन्हें सुधरना पड़ेगा। इसके बाद मुलायम मंच पर बैठे नगर विकास व संसदीय कार्य मंत्री आजम खां से मुखातिब हुए और बोले, आजम साहब आप इसे देखिए। बाद में, जब आजम खां के बोलने का मौका आया, तो उन्होंने नेताजी की चिंता को वाजिब करार देते हुए दूसरे मंत्रियों पर इस अनुशासनहीनता का ठीकरा फोड़ा और सुधार की उम्मीद जताई।

समाजवादी पार्टी की बुधवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुलायम सिंह यादव जब मंत्रियों के कामकाज पर टिप्पणी करके आजम से मुखातिब हुए, तो एकबारगी सबकी नजरें उधर ही मुड़ गईं। अखिलेश सरकार के छह महीने के कार्यकाल में यह चौथा मौका है, जब सपा सुप्रीमो मंत्रियों के काम से नाखुश दिखे।

दो बार लखनऊ में बंद कमरे में उन्होंने मंत्रियों को अनुशासन में रहने की नसीहत दी, तो दूसरी बार पत्रकारों से बातचीत में सार्वजनिक तौर पर मंत्रियों को सुधर जाने की हिदायत दी। बुधवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी बंद हॉल में उन्होंने मंत्रियों के पेंच कसे। अनुशासन कायम रखने की जिम्मेदारी के बाद जब आजम बोलने लगे, तो उन्होंने कहा, 'नेताजी ने जो कहा, वह बेहद गंभीर है। हम निश्चित तौर पर इसमें सुधार करेंगे।'

आजम को जिम्मेदारी के मायने
मंत्रियों को संभालने की जिम्मेदारी आजम खां को सौंपे जाने को लेकर पार्टी नेताओं में कई तरह की चर्चाएं रहीं। आजम भी उन मंत्रियों में शामिल है, जो गाहे-बगाहे सरकार के लिए मुश्किल खड़ी करते रहे हैं। एक नेता की टिप्पणी थी, मुलायम सियासत के माहिर खिलाड़ी हैं। उन्होंने आजम को जिम्मेदारी देकर सियासी चाल चली है।

राहुल और पीएम पर बोला हमला
समाजवादी पार्टी ने पहले कांग्रेस, फिर केंद्र में सत्तारूढ़ यूपीए सरकार, प्रधानमंत्री और फिर सीधे कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी पर हमला बोल दिया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पेश राजनीतिक-आर्थिक प्रस्ताव में साफ कहा गया कि गंभीर से गंभीर मसलों पर भी राहुल के विचार सुनने को नहीं मिले तो ये कैसे माना जाए कि देश उनके हाथ में सुरक्षित है। प्रस्ताव में मनमोहन सिंह को आर्थिक मोर्चे पर नाकाम बताया और कहा गया है कि जब भी पीएम कुछ कहते हैं महंगाई और बढ़ जाती है।

अखिलेश की अगुवाई में चुनाव
कुछ मंत्रियों से नाराजगी को छोड़ दें, तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मुलायम सिंह अखिलेश सरकार के कामकाज से गदगद नजर आए। इसका असर कार्यकारिणी के राजनीतिक प्रस्ताव में भी दिखा, जिसमें पार्टी ने मुख्यमंत्री अखिलेश की अगुआई में यूपी में लोकसभा का चुनाव अपने बल पर लड़ने का ऐलान किया। सपा ने उम्मीद जाहिर की है कि अखिलेश सरकार के अच्छे प्रदर्शन का लाभ अगले लोकसभा चुनावों में मिलना तय है।

उन्होंने यह भी कहा कि पहले यूपी के चुनाव मुलायम सिंह की अगुआई में लड़े जाते रहे हैं लेकिन इस बार अखिलेश की रहनुमाई में यूपी की सियासी जंग लड़ी जाएगी। कहा गया कि पिछले विधानसभा चुनावों में प्रदेश के 80 में से 50 लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा है और अब अखिलेश सरकार की कामयाबी से हम इससे अच्छे नतीजों की उम्मीद कर रहे हैं।

रविवार, 9 सितंबर 2012

राहुल को जल्द दी जाए बड़ी जिम्मेदारी

     लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार और कांग्रेस दोनों को सलाह दी है कि वह राहुल गांधी को जल्द ही कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपे। उन्होंने कहा है कि देश राहुल की तरफ बड़ी उम्मीदों से देख रहा है, उन्हें मौका मिलना चाहिए। इसमें देर करना उचित नहीं है। हालांकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित काग्रेस के कई बड़े नेता भी इस तरह की बात कह चुके हैं।
अखिलेश यादव ने राहुल गांधी को बड़ी जिम्मेदारी देने के सुझाव को अच्छा बताते हुए कहा कि काग्रेस को इस मामले को लटकाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल को बड़ी जिम्मेदारी के साथ-साथ उन्हें देश की कमान संभालने का भी मौका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देश का युवा राहुल की तरफ बड़ी उम्मीदों से देख रहा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा इस मुद्दे पर अंतिम फैसला कांग्रेस को ही करना है। इस दौरान उन्होंने आगामी आम चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी और अन्य पार्टियों से भी तैयार रहने की बात कही है।

शनिवार, 8 सितंबर 2012

संपन्न देश की विपन्नता

   धन सम्पदा के मामले में भारत सदैव एक संपन्न राष्ट्र रहा है। यह हमारी सम्पन्नता की ही निशानी थी कि सारी दुनिया हमें "सोने की चिड़िया" कहकर संबोधित करती रही है। आज भी हमारी भारत माता का गर्भ अनेकानेक कीमती खनिज रत्नों से परिपूर्ण है। करीब-करीब साल भर जल से आप्लावित नदियाँ, जहाँ जल ऊर्जा का अतुलनीय श्रोत हैं, तो अपनी पूर्ण ऊर्जा और ऊष्मा से निरंतर दैदीप्यमान भगवान् सूर्यदेव अनंत सौर ऊर्जा का अभिन्न केंद्र हैं। हौले-हौले बहती मंद-सुगन्धित वायु हमें अक्षय पवन ऊर्जा का विकल्प उपलब्ध कराती है। सुरक्षा की द्रष्टि से जहाँ उत्तर में पर्वत राज हिमालय भारत पर कुद्रष्टि रखने वाले हमारे दुश्मनों की राह की सबसे बड़ी बाधा बनें हुए हैं, वहीँ तीन तरफ से बेशुमार जल राशि समेटे सागर देव भी दुश्मनों के अरमानों पर पानी फेरनें के लिए सदैव तैयार रहते हैं।
   सोनें की चिड़िया कहलानें वाले देश के लोगों की विपन्नता, ऊर्जा की अनंत संभावनाओं को समेटे देश के लोगों का अन्धकार के आगोश में जीवन यापन करना, प्राकृतिक रूप से पहाड़ों और सागरों से सुरक्षित बनाये गए भूभाग के लोगों पर निरंतर हो रहे आतंकी हमले, हमें सोचनें के लिए विवश करते हैं कि ऐसा क्यों? 

योगी का एक मंत्री.. जिसे निपटाने के लिए रचा गया बड़ा षडयंत्र हुआ नाकाम

  सुशील अवस्थी 'राजन' चित्र में एक पेशेंट है जिसे एक सज्जन कुछ पिला रहे हैं। दरसल ये चित्र आगरा के एक निजी अस्पताल का है। पेशेंट है ...