सोमवार, 25 जून 2012

जीवित आदमी की शवयात्रा

एमपी में जीवित आदमी की शवयात्रा निकालने का टोटका   इंदौर। मध्य प्रदेश में म़ॉनसून आने में हो रही देरी ने हर किसी के माथे पर चिंता की सलवटें ला दी है और यही कारण है कि जगह-जगह टोटके व पूजा-पाठ किया जाने लगा है। हद तो तब हो गई जब इंदौर में लोगों ने जीवित आदमी की ही शवयात्रा निकाल डाली और इंद्र देवता को मनाने की कोशिश करने लगे।
   राज्य का हर हिस्सा इन दिनों गर्मी से झुलस रहा है, पानी का संकट भी गहराने लगा है। वहीं केरल सहित देश के अन्य हिस्सों में मॉनसून दस्तक दे चुका है, मगर प्रदेश के पूर्वी हिस्से को छोड़कर सभी जगह लोगों को बारिश का इंतजार है। मॉनसून में और देरी होने की संभावना के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते लोगों में मायूसी है।

   मॉनसून आए और हर किसी को राहत मिले, इसके लिए इंदौर में जीवित आदमी की शवयात्रा निकालने का टोटका किया गया। राजकुमार सब्जी मंडी के व्यापारियों ने सोमवार को कैलाश वर्मा नामक व्यक्ति को अर्थी पर लिटाकर शवयात्रा निकाली। इस शवयात्रा में आगे बैंडबाजे बज रहे थे, वहीं एक व्यक्ति मटकी में जलती हुई आग लेकर चल रहा था। जिस तरह एक मरे हुए आदमी की शव-यात्रा में की जाती है।
   सब्जी मंडी के किशोर मरमट बताते हैं कि देवी अहिल्याबाई होल्कर के काल में बारिश अच्छी न होने पर जीवित व्यक्ति की अर्थी निकालने की परंपरा रही है, आज के दौर में भी जब अच्छी बारिश नहीं होती है, तब इसी तरह का टोटका किया जाता है।
   मरमट का कहना है कि अच्छी बारिश होगी तो फसल की पैदावार अच्छी होगी और हर तरफ खुशहाली आएगी। उनका मानना है कि जिंदा आदमी की शवयात्रा निकालने का टोटका किए जाने से अच्छी बारिश होती है।
   कैलाश वर्मा पिछले पांच वर्षों से अर्थी पर लेटकर अपनी शवयात्रा पर निकलते आ रहे हैं। वह कहते हैं कि अपनी शवयात्रा निकालने पर उन्हें किसी तरह का रंज नहीं होता, उन्हें तो इस बात की खुशी होती है कि लोग उनके जरिए टोटका कर अच्छी बारिश की कामना करते हैं।
   इसी तरह राज्य के अन्य हिस्सों में भी अच्छी बारिश के लिए अनुष्ठानों का दौर चल रहा है। मंदिरों में पूजा-पाठ कर लोग इंद्र देवता को मनाने की कोशिश कर रहे हैं।

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