मालूम
हो कि राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे पी ए संगमा की ही पार्टी एनसीपी कांग्रेस
और यूपीए समर्थित उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन कर रही है। ऐसे में
संगमा पर लगातार पीछे हटने का दबाव था। एनसीपी नेता डीपी त्रिपाठी की भी आज
इसी सिलसिले में संगमा से मुलाकात करने की कोशिश की थी। एनसीपी के अध्यक्ष
शरद पवार पहले ही संगमा से चुनाव न लड़ने के लिए कह चुके थे।
गौरतलब
है कि संगमा ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) व बीजू
जनता दल (बीजद) के संयुक्त उम्मीदवार हैं। ऐसी संभावना है कि बीजेपी और
एनडीए भी संगमा के समर्थन में ही आ सकता है।
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