हालांकि
बीजेपी की ओर से औपचारिक तौर पर अभी जसवंत का नाम नहीं बढ़ाया गया है
लेकिन जसंवत ने जिस वक्त पर मुलायम से मुलाकात की है ऐसे में चर्चा का दौर
शुरु हो गया है। अभी जसवंत अपने स्तर पर ही मुलायम से मिले हैं और वो कुछ
और दलों से भी मिल सकते हैं। बीजेपी की ओर से जसवंत का नाम लेने से इसलिए
भी बचा जा रहा है क्योंकि इससे कांग्रेस-बीजेपी के बीच एक फिक्सिंग जैसी
स्थिति खड़ी हो सकती है।
इस
बीच आज खबर आई कि वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने काबुल दौरा रद्द कर दिया
है। इससे राष्ट्रपति पद के चुनावों में प्रणब की दावेदारी पर लग रहे कयास
और पुख्ता होते दिखे। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रणब के नाम
पर धीरे−धीरे यूपीए में भी आम राय दिख रही है।
एक
अखबार में खबर छपी कि प्रणब मुखर्जी ने 14 तारीख से शुरू होने वाली अपनी
अफगानिस्तान यात्रा को रद्द कर दिया है। लिखा गया है कि सोनिया गांधी अगले
15 तारीख तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर अपना अंतिम फैसला सुना
सकती हैं। 16 तारीख से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ब्राजील और मैक्सिको के
दौरे पर हैं। और पीएम के विदेश रवाना होने से पहले राष्ट्रपति पद के नाम पर
अंतिम मुहर लगा दी जाएगी।
दूसरी
ओर तृणमूल ने भी प्रणब की उम्मीदवारी को हरी झंडी दिखाई है। पश्चिम बंगाल
को विशेष पैकेज की मांग के बावज़ूद ममता बनर्जी अब प्रणब मुखर्जी के रायसीना
हिल पहुंचने के रास्ते में रुकावट बनते नहीं दिखना चाहतीं।
बीएसपी को भी प्रणब के नाम पर कोई ऐतराज़ नहीं है। साथ ही डीएमके और समाजवादी पार्टी भी प्रणब मुखर्जी के साथ दिखाई देती है।
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