यूपी में सरकार बदलने के साथ ही
अपराधों खासकर बलात्कारों का दौर तेज हो गया। पिछले एक माह में बलात्कार और
उसके बाद जला देने की घटनाओं के बाद जनता सपा सरकार से अपेक्षा कर रही है
कि इन हैवानों का सफाया किया जाए। पिछले दिनों इसी मसले पर आई खबरों पर
यूजर की राय कुछ ऐसी ही रही जिसमें सपा सरकार से बलात्कारियों पर कठोरता
बरतने की मांग की गई। जनता की राय में अधिकतर कमेंट में सपा सरकार को ऐसे
मामलों पर कड़ी कार्रवाई के लिए कहा गया। कई यूजरों ने सपा सरकार को भी
कटघरे में खड़ा किया है।
हैवानियत का नया दौर, रेप के बाद जलाना बना फैशन
यूपी
में रेप की बढ़ती घटनाओं पर पिछले दिनों आई खबर पर कई कमेंट आए। कई
कमेंट्स में सरकार को जमकर कोसा गया तो कुछ कमेंट्स में इसे विरोधियों की
चालबाजी कहा गया। हालांकि बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर सभी पाठको की राय एक
ही थी कि बलात्कारियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
उप्र में गुंडागर्दी और बलात्कार आम बात
दिल्ली
से प्रमोद कुमार का मानना था कि उप्र में गुंडागर्दी आम हो गई है। प्रदेश
में कानून नाम की चीज नहीं, यहां जंगल राज कायम है। गाजीपुर से निखिल
श्रीवास्तव का कहना था कि जो हो रहा है वो गलत है, उसके लिए कोई कड़ा कदम
उठाना पड़ेगा। दिल्ली से ही चंदर ने लिखा है कि सरकार को कोई ठोस कदम उठाना
चाहिए ताकि औरतें सुरक्षित रह सकें।
सपा सरकार को कोसा
दिल्ली
से मधुसूदन देवरानी ने लिखा है कि ये सब मुलायम सिंह के शासनकाल से चल रहा
है। अब अखिलेश यादव की बारी है। एक नौजवान मुख्यमंत्री के होते मां बहनों
के ये हाल हैं तो और लोगों की क्या हालत होगी। महाराज गंज के प्रमोद कुमार
ने इन घटनाओं के लिए पुलिस तंत्र को दोषी ठहराया है। प्रतापगढ़ से जीवेश
नंदन श्रीवास्तव ने लिखा है कि सपा सरकार में अपराध को लाइसेंस मिल जाता
है। बिजनौर से जेपी शर्मा ने लिखा है कि जनाब अभी तो ट्रांसफर और पोस्टिंग
जैसे कमाऊ कार्यों में लगे हैं। ये तो सपा की शुरुआत है आगे आगे देखिये
क्या होता है।
समाज को बदलनी होगी सोच
दिल्ली
से जावर जफर ने लिखा है - सरकार बदलने से फर्क नहीं पड़ता। इस तरह की
घटनाएँ तबतक बंद नहीं होंगी जब तक समाज की सोच नहीं बदलेगी। हमें समाज में
ऐसे भूखे भेड़ियों पर निगाह रखनी होगी जो इस तरह की वारदात को अंजाम देते
हैं। साथ ही कानून में ऐसे जुर्म की सख्त सजा का प्रावधान भी करना होगा
जिससे मुजरिम जुर्म करने से पहले १० बार सोचे। केवल सरकार को दोष दे देने
से प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होगी हमें समाज के प्रति जवाबदेह बनना होगा। लखनऊ
से रविंद्र नाथ यादव ने लिखा है कि सत्ता बदलने से न तो कभी हैवानियत में
बदलाव आया है और न ही दंड से आज तक अपराध कम हुए है। इंसान को इंसान बनाओ
अखिलेश तुम कदम उठाओ
कई
पाठकों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से गुहार की है कि वे सख्त कदम उठाकर
ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाएं। बिलारी से फहीम रजा ने कहा है कि अखिलेश जनता
की उम्मीद के मुताबिक इन दरिंदों को सबक सिखाओ ताकि क़भी दूसरा इस संबंध में
ऐसा सोचे तो कांप जाए। मउ नाथ भंजन से सुशील कुमार यादव ने भी लिखा है-
अखिलेश को कुछ अलग करना ही होगा पिछली सरकार की तुलना में तभी तो समझ में
आएगा की उप में नई सत्ता है और नया कानून है तभी लोगो को सपा पर विश्वास
होगा। |
सोमवार, 30 अप्रैल 2012
जनता की मांग: अखिलेश करें बलात्कारियों का सफाया
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