नई दिल्ली। भारत के रक्षा सौदों पर एक के बाद सवाल खड़े होते दिखाई दे
रहे हैं। ताजा मामला हेलीकाप्टर खरीद में ली गई दलाली का है। इस बाबत रक्षा
मंत्री ए के एंटनी ने कहा है कि वह इटली के साथ हुए हेलीकॉप्टर करार में
भ्रष्टाचार के आरोपों पर गंभीरता से ध्यान देंगे।
रक्षा मंत्री का यह बयान उस खुलासे के बाद आया है जिसमें इटली की कंपनी
अगस्टा वैस्टलैंड पर भारत में वीवीआईपी के इस्तेमाल के लिए बेचे गए 12
हेलीकाप्टर में करीब साढे तीन सौ करोड़ रुपये की दलाली का आरोप लगा था।
इस सौदे के मुताबिक अगस्ट वैस्टलैंड को 3546 करोड़ रुपये में बारह
हेलीकाप्टर बेचने हैं। इनका इस्तेमाल राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत अन्य
वीवीआईपी के लिए होना है। इस सौदे के रूप में हेलीकाप्टर की सप्लाई अगले
वर्ष हो जाएगी।
इटली के एक अखबार ला रिपब्लिक के मुताबिक इस दलाली में जांचकर्ताओं को
स्वीटजरलैंड के कंसल्टेंट गिडो राल्फ हाश्के का नाम सामने आया है। जिसके
बाद उसके आफिस पर भी छापा मारा गया है।
इस सौदे में दलाली की खबर हाश्के की कंपनी के ही एक कर्मचारी ने लीक की
है। 62 वर्षीय हाश्के डिफेंस बिजनिस डील का जाना माना चेहरा हैं। उनके पास
में अमेरिका समेत स्वीटजरलैंड की भी नागरिकता है।
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