यूपी की राजधानी लखनऊ में अब सत्ता परिवर्तन का प्रभाव दिखनें लगा है। पूरे ५ साल तक बसपा नेताओं के दरवाज़े हाजिरी लगानें वाले काम बनाऊ लोगों ने स्थानीय सपा नेताओं के आवासों की तरफ अपना रुख कर लिया है। सिर्फ वीआईपी रोड को ही चमकाये-दमकाए रखनें वाले सरकारी अमले ने आलमबाग की मुख्य बाज़ार, कानपुर रोड को भी दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। माया के आवागमन पर सारा यातायात रोककर जनता को गरियाने वाले सिपाही विनम्रता पूर्वक रुकने और नए मुख्यमंत्री के निकल जानें का निवेदन करते हैं। अब सिर्फ थोड़ी देर के ही लिए यातायात बाधित होता है। परन्तु क्या जनता इतने भर से खुश रहेगी, या प्रदेश विकास के लिए भी कुछ सार्थक होगा।
सुशील अवस्थी "राजन" ९४५४६९९०११
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
योगी का एक मंत्री.. जिसे निपटाने के लिए रचा गया बड़ा षडयंत्र हुआ नाकाम
सुशील अवस्थी 'राजन' चित्र में एक पेशेंट है जिसे एक सज्जन कुछ पिला रहे हैं। दरसल ये चित्र आगरा के एक निजी अस्पताल का है। पेशेंट है ...
-
सत्तासीन रामवादी कृपया प्रजा और राजा के संबंधों के लिए तुलसीदास की इस चौपाई का दिन में एक बार अवश्य स्मरण करें। जासु राज प्रिय प्र...
-
विभीषण द्वारा रावण को समझाने के लिए तुलसीदास अपने महाकाव्य राम चरित मानस के सुन्दरकाण्ड में यह सुन्दर चौपाई लिखते है- काम, क्रोध, मद, ...
-
कौन ऐसा हिन्दू होगा जो अपने जीवन काल में एक बार अपने मुंह से यह न बोलता होगा कि राम नाम सत्य है। हाँ ये भी हो सकता है कि वह अपने पूर...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें