अजय द्विवेदी (उमेश)
सदस्य, विधान परिषद, यूपी,
योगी सरकार बनने के बाद से ही जिस तरह से वित्तविहीन स्कूलों, उनके शिक्षकों व उत्तीर्ण छात्रों पर तंज कसा जाने लगा, उसी से साफ़ होने लगा था कि मानदेय बन्द करने का इनका इरादा है, लेकिन सरकार धोखेबाज़ी करेगी यह विश्वास नही था। 15 मई की विकराल गरमी में प्रदेश के हज़ारों-हज़ार शिक्षक धूप में धरने पर बैठे थे, वहाँ उप मुख्यमन्त्री के भेजने पर विशेष सचिव अनिल बाजपेयी ने आकर आश्वस्त किया था कि पिछला मानदेय तो मिलता ही रहेगा बाक़ी पर भी विचार किया जाएगा
सदस्य, विधान परिषद, यूपी,
योगी सरकार बनने के बाद से ही जिस तरह से वित्तविहीन स्कूलों, उनके शिक्षकों व उत्तीर्ण छात्रों पर तंज कसा जाने लगा, उसी से साफ़ होने लगा था कि मानदेय बन्द करने का इनका इरादा है, लेकिन सरकार धोखेबाज़ी करेगी यह विश्वास नही था। 15 मई की विकराल गरमी में प्रदेश के हज़ारों-हज़ार शिक्षक धूप में धरने पर बैठे थे, वहाँ उप मुख्यमन्त्री के भेजने पर विशेष सचिव अनिल बाजपेयी ने आकर आश्वस्त किया था कि पिछला मानदेय तो मिलता ही रहेगा बाक़ी पर भी विचार किया जाएगा
अब आज मैं 100% कह सकता हूँ कि मानदेय ग़ायब हो गया है, हम शिक्षकों के साथ हैं, सड़क से सदन तक लड़े हैं, फिर लड़ेंगे। 3 जुलाई को सभी Dios कार्यालयों पर ताला पड़ेगा। सरकार में दम हो तो जेल भेज कर दिखाए, वरना सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को सेवा नियमावाली बना कर सम्मान जनक मानदेय दे
निकलो बन्द मकानों से जंग लड़ो धोखेबाज़ो से
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