रविवार, 25 जून 2017

देश में मोदी, प्रदेश में योगी

 
  योगी समर्थक भाजपाइयों द्वारा 2017 के विधानसभा चुनाव में एक नारा खूब गूंजा था, और वह है "देश में मोदी, प्रदेश में योगी। इस नारे को सच हुए करीब 100 दिन हो चुके हैं। नरेंद्र मोदी सरकार से तकरीबन देश की अधिकांश जनता संतुष्ट  है, लेकिन बाबा योगी के 100 दिन यूपी के लोगों को किसी तरह का आश्वासन दे पाने में बुरी तरह से फेल हो चुके हैं। यहाँ यूपी के लोगों को सिर्फ घोषणाबाज़ी के अलावा कुछ भी होता नहीं दिख रहा है।
  योगी बाबा कुछ लोगों तक सरकार की पहुँच कायम कर ले गए हैं, जिनमे से अधिकांश लोग भाजपा मुख्यालय से जुड़े हैं। अभी कह सकते हैं कि एक व्यक्ति कुछ चुनिंदा व्यक्तियों के लिये सरकार चला रहा है, न कि यूपी की जनता के लिए कोई सीएम। मेरा मानना है कि कुछ चुनिंदा व्यक्तियों को लाभ देने के लिए एक व्यक्ति पर्याप्त है, जबकि सभी यूपी वासियों तक लाभ पहुचाने के लिए सिस्टम इज़ाद करने की जरुरत है। दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि बाबा की सरकार में नित्य प्रति घोषणाओं के सिवा के कुछ भी नहीं हो रहा है।
  हम सबने देखा कि योगीजी के सीएम बनते ही यूपी एसटीएफ ने किस तरह पेट्रोल-डीजल चोर पम्प मालिकों के खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू की थी। जो आम आदमी के लिए फायेदमंद थी। योगी सरकार नें पेट्रोल-डीज़ल चोट्टों को बचाने के लिए जो दांव बाज़ी की उसे हम यूपी वासियों नें बड़ी गंभीरता से लिया है। अब जब हाई कोर्ट नें योगी सरकार के गाल पर जोरदार तमाचा जड़ा तब जाकर यह सरकार चोट्टों के खिलाफ ड्रामा करने के लिए विवश हुई, लेकिन चूँकि सरकार की शह पर चोरी चल रही है, इसलिए आम आदमी को कोई लाभ नहीं होगा। जाहिर सी बात है कि जिन आशाओं और आकांक्षाओं को मन में रखकर यूपी के लोगों ने भाजपा की सरकार चुनी वो आशाएं अब मिटटी में मिलती दिख रही हैं।

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