सुशील अवस्थी राजन,
बिहार चुनाव की सरगर्मियों के बीच लोग अब यूपी की राजनीतिक फ़िज़ा भांपने लगे है। योगी और उनकी पार्टी भाजपा प्रदेश में अपना जनाधार खो चुकी है। जिस नीमकोट यूरिया का नरेंद्र मोदी अपने सभी कार्यक्रमों में जिक्र करते नहीं थकते थे, इस वक्त यूपी के किसान उसके लिए संघर्ष कर रहे हैं। किसान अब भाजपा को वोट नहीं देगा।
विकास दुबे की निर्मम हत्या के बाद रूठा ब्राह्मण इस सरकार के दुबारा सत्ता वापसी की राह का सबसे बड़ा रोड़ा बनने जा रहा है, जिसका कि इस सरकार को अभी भी एहसास नहीं हो सका है।
मंत्रियों का दम्भ और पाखंड जनता बारीकी से देख रही है। अयोग्य और लुल्ल टाइप के मंत्रियों के चुतियापे लोगों को इस सरकार को रिपीट करने से रोकेंगे।
बिहार में भी भाजपा और नीतीश बाबू का गठबंधन बुरी तरह से धराशायी होने जा रहा है। यदि ऐसा हो जाये तब मैं लेना कि यूपी के बारे में कही गयी मेरी बात सत्य ही साबित होगी।
अखिलेश यादव द्वारा किये गए विकास कार्यों को जनता याद कर रही है। लोगों के दिलो दिमाग पर चढ़ा हिन्दू मुस्लिम का नशा अब उत्तर रहा है।
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