भ्रष्टाचार में डूबे नेता,
या फिर बालीवुड अभिनेता,
क्रिकेट के चमके भव्य खिलाडी,
या भूंखे नंगे निपट अनारी,
जो सब झेले होकर मौन|
भारत भाग्य विधाता कौन?
नौकर बन बैठे हैं मालिक,
महंगाई स्थाई सर्वकालिक,
आतंकियों की कड़ी सुरक्षा,
संत के संग पिटे अबोध बच्चा,
लाठी-डंडा खाए जौन,
भारत भाग्य विधाता कौन?
थानों में लुटती बहन हमारी,
जब सूबे की मुखिया बहना प्यारी,
हैं जेलों के मालिक अपराधी,
राजनीती से हीक है आती,
हम जातिवाद में डूबे तौन,
भारत भाग्य विधाता कौन?
सुशील अवस्थी "राजन"
09454699011
नोट - ये मेरी अपनी मौलिक रचना है, बगैर मेरी मर्ज़ी के कोइ भी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है|
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