मुझे तो लगता है कि केंद्र और यू.पी. सरकारों की हठ धर्मिता उनके सर्वनाश का कारण बनेगी| यूपी सरकार द्वारा डॉ. सचान हत्याकांड में अपनाई गयी हठधर्मिता, कि उनकी हत्या नहीं की गयी, बल्कि डॉ. साहब ने आत्म हत्या की है| जबकि रामदेव और अन्ना को लेकर केंद्र सरकार द्वारा अपनाई गयी हठ धर्मिता उसका सफाया कर देगी| आप क्या मानते हैं? बता सकते हैं|
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