मंगलवार, 12 जुलाई 2011

काली दाल का सच

 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन  के अरबों रुपये के घोटाले में आज पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी ए.के शुक्ल को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया| शुक्ल जी को अपनी गिरफ़्तारी की सम्भावना का अहसास  पहले ही हो गया था, सो श्रीमान जी पहले से ही ट्रामा में भर्ती हो गए थे| पुलिस का निहायत मानवीय चेहरा बहुत दिन बाद लोगों को देखनें को मिला, अस्पताल के डाक्टरों की सलाह का इन्तजार....इन्तजार|
    श्री मन शुक्ल जी चौथे बड़े स्वास्थ्य अधिकारी हैं, जो अब सूली की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं| इससे पहले इसी लूट खसोट और बन्दर बाँट कांड में विनोद आर्य, बी. पी. सिंह,और डॉ.सचान अपनी जान गँवा चुके हैं| हालाँकि श्री शुक्ल जी इन सब में सर्वाधिक रसूखदार हैं|इसलिए उनके साथ किसी अनहोनी के बारे में सोंचना मूर्खता  है| यह घोटाला काण्ड कुछ अति प्रभावशाली लोगों की ही हरकत है, यह बात समझने के लिए प्रदेश और देश की जनता को किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता  नहीं रह गयी है| प्रदेश सरकार के अमले की हरकतें बता रही हैं, कि सिर्फ दाल में काला  नहीं, बल्कि पूरी की पूरी दाल ही काली है|  देखो काली दाल का सच कब जनता के सामने आता है?

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