शनिवार, 9 जुलाई 2011

"राहुल गाँधी, राहुल गाँधी".......

राहुल गाँधी, राहुल गाँधी
गूंज रही है ये आवाज़|
ये आवाज़ हुई सशक्त तो ,
बसपा पर गिरनी तय गाज| 
भूल  सुरक्षा सुख की चिंता, 
यू  फिरना आसान नहीं| 
जनता है सब जानती है,
यह मूरख नादान  नहीं|

जो कहते इसको नौटंकी,
ऐसा करके दिखाएँ|
सही एक दिन,
भूल प्रतिष्ठा 
मेरे बीच में आयें| 
राहुल बाबा आपसे हमको,
एक शिकायत भारी|
बढ़ी हुई महंगाई ने,
तोड़ी कमर हमारी|
खाद,सिंचाई,बीज,
सभी हैं अपनी पकड़ से बाहर|
इन पर करो नियंत्रण,
तो फिर मानें तुमको नाहर| 
रामदेव और अन्ना भी,
लगते हमें सही हैं|
ठीक नहीं "गवर्नमेंट" आपकी,
किया जो बात कही है|

1 टिप्पणी:

योगी का एक मंत्री.. जिसे निपटाने के लिए रचा गया बड़ा षडयंत्र हुआ नाकाम

  सुशील अवस्थी 'राजन' चित्र में एक पेशेंट है जिसे एक सज्जन कुछ पिला रहे हैं। दरसल ये चित्र आगरा के एक निजी अस्पताल का है। पेशेंट है ...