ये हैं यूपी के शिक्षक विधायक (एमएलसी) श्री उमेश द्विवेदी जी। आज इन्होंने रायबरेली के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में ताला जड़ दिया है। जिसके फलस्वरूप सारे प्रदेश के जिला विद्यालय निरीक्षकों के कार्यालयों में ताला जड़नें का एक आंदोलन प्रारम्भ हो गया। आज मिली सूचना के अनुसार प्रदेश के तमाम जिलों में वित्तविहीन शिक्षकों नें अपने नेता श्रीमान उमेश द्विवेदी का अनुसरण करते हुए अपने अपने जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों को तालों की गिरफ्त में ला दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में योगी सरकार को इस तालाबंदी आंदोलन की जलन से झुलसना पड़ सकता है।
आपको बताते चलें कि पूर्व की अखिलेश यादव सरकार भी उमेश जी के नेतृत्व में वित्तविहीन शिक्षकों के आंदोलन की तपिश का सामना कर चुकी है। जब प्रदेश के कोने कोने से राजधानी आये वित्तविहीन शिक्षकों नें राजधानी की सारी व्यवस्था को पंगु बना डाला था। अगर बाबा योगी नें वित्तविहीन शिक्षकों की ताकत को नज़रअंदाज़ या कम करके आंकने की गलती की तो इस सरकार को आने वाले दिनों में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। वित्तविहीन शिक्षक अपने मानदेय को लेकर जो लड़ाई लड़ रहे वह उनके लिए जरुरी और मज़बूरी दोनों है। उनके मानदेय को लेकर योगी सरकार का रवैया शर्मनाक है। इसकी जितनी निंदा की जाय कम है। मैं सुशील अवस्थी "राजन" पत्रकार उमेश जी व वित्तविहीन शिक्षकों के इस आंदोलन का समर्थन करता हूँ, और तब तक करता रहूँगा, जब तक कि इन जरूरतमंदों को उनका हक़ नहीं हासिल हो जाता।
Sir I also with you. Sir salary ke sath sath self Finance colleges me nakal ka mudda bhi jaroor uthaye. Hum teacher ko Na chahte hue bhi Nakal karane ka samna Karna padta hai. Teachers feel same...
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