सोमवार, 10 जुलाई 2017

मोदी जी क्या सैनिकों और पत्थरबाजों दोनों को मुआवजा देकर मिटायेंगे आतंकवाद?

कश्मीर के दुर्दांत आतंकवादियों से मुज़फ्फर नगर के अदने से अपराधी संदीप कुमार शर्मा का गठजोड़। कश्मीर में ही जीप के बोनट पर बांधे गए पत्थरबाज को 10 लाख के मुआवज़े का एलान। फिर अमरनाथ यात्रियों पर आतंकवादियों का कायराना हमला। जिसमें 7 गुजराती यात्रियों की मौत की खबर। अब जब पत्थरबाज भी मुआवज़ा पाएंगे, तो जाहिर सी बात है कि ऐसी आतंकी घटनाओं को ही प्रोत्साहन मिलेगा। इन सब नकारात्मक बातों के बीच एक बड़ी सकारात्मक बात यह है कि आतंकियों के पास फंड यानि धन की कमी हो गयी है। तभी ये हरामजादे संदीप शर्मा जैसे लुच्चे अपराधियो की मदद लेकर एटीएम लूट रहे हैं। मतलब साफ है कि नोटबंदी नें इन सूअरों की कमर तोड़ने का काम किया है।
इजरायल से लगातार 3 दिन तक आतंक के खिलाफ मज़बूत लड़ाई की सीख लेकर वापस आये हमारे प्रधानमंत्री का स्वागत देश के अंदर मौजूद पाकिस्तानी कुत्तों नें अमरनाथ यात्रियों पर हमला करके किया है। इजरायल से सिर्फ हथियार और टेक्नोलॉजी लेकर इन पाकिस्तानी और उसके समर्थक कुछ सुअरजादों का इलाज़ नहीं हो सकता। हमें इज़रायली इक्षाशक्ति भी इजरायल से आयात करनी होगी। आखिर सैनिकों और पत्थरबाजों दोनों को मुआवज़ा देकर हम आतंकवाद को कैसे मिटा सकते हैं? ये बात केंद्र और जम्मू कश्मीर सरकार को देश की जनता को बताना होगा।

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