मंगलवार, 27 दिसंबर 2011

देश की छवि बदलिए

       क्या बालीवुड अभिनेता आमिर खान का वह विज्ञापन आपको याद है, जिसमें वह देशवासियों से अपनें देश की छवि धूमिल न करनें की अपील करते हैं| इसी विज्ञापन में एक जगह एक महिला अपनें  बच्चे को सड़क पर पेशाब कराकर  देश की छवि धूमिल कर रही होती है| कभी आप ट्रेन से सफ़र करिए तो देखनें में आता है, कि बच्चा तो बच्चा है, न  जानें कितनें बच्चों के माँ-बाप इस देश में सुबह-सुबह डिब्बा लेकर रेलवे लाइनों के किनारे बैठे होते हैं| वास्तव में इन चीज़ों से देश की छवि पर तो असर पड़ता ही है| पर सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि क्या अपनें  देश में पर्याप्त रूप से शौचालय और मूत्रालय मौजूद हैं? गावों और छोटे शहरों को छोडिये  यूपी की राजधानी लखनऊ में सुलभ शौचालयों का भारी अभाव है| आलमबाग जैसे व्यस्त इलाके में एक सुलभ शौचालय लाखों लोगों का बोझ उठा रहा है, जहां हमेशा पेशाब करनें वालो की लम्बी लाइन लगी रहती है|

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