(सुशील अवस्थी "राजन" ) झक सफ़ेद धोती-कुर्ता और सर पर गाँधी टोपी वाले अन्ना हजारे से तो हम सभी वाकिफ हैं, लेकिन क्या आप किसी बंदूक वाले अन्ना को जानते हैं? बाराबंकी जनपद में हैदरगढ़ तहसील के त्रिवेदीगंज ब्लाक अंतर्गत एक गाँव है नरेन्द्र पुर, मदरहा| इसी गाँव में एक सज्जन निवास करते हैं, डाक्टर रामकृष्ण त्रिपाठी, जिन्हें सारा गाँव बंदूक वाले अन्ना के नाम से जानता है| श्री त्रिपाठी की वेश-भूषा के ही कारन उनका नाम बंदूक वाले अन्ना के रूप में दूर-दूर तक प्रचारित हो चुका है| सर पर, मैं हूँ अन्ना लिखी गाँधी टोपी और हाँथ में बंदूक लिए रामकृष्ण जी अपनी दैनिक दिनचर्या के काम तो निपटते ही हैं, साथ ही अन्ना के विचारों और कार्यों को भी अपनी साईकिल से गाँव-गाँव घूमकर प्रचारित और प्रसारित करते हैं|
बातचीत में रामकृष्ण जी कहते हैं कि क्षेत्र में भ्रष्टाचारियों के ग्रुप काफी सशक्त हैं, इसीलिये अपनी रक्षा के लिए ही मैं हथियार धारण किये हूँ| इन ताकतवर भ्रष्टों से निपटनें के लिए भय और प्रीति दोनों की जरुरत है| अन्ना टोपी जहाँ लोगों को देश के प्रति प्रीति सिखाती है, वहीँ हथियार इन देशी पापियों को सबक देता है| त्रिपाठी अन्ना हजारे से मुलाकात को लेकर काफी भावुक हो जाते हैं, और कहते हैं कि एक न एक दिन मेरी मुलाकात अन्ना हजारे से जरुर होगी| फिलहाल आप चाहें तो बंदूक वाले अन्ना से उनके मोबाइल 09794415698 पर संपर्क स्थापित कर सकते हैं|
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