शनिवार, 19 मई 2012

"सुनो सुनो माया वचन"

  नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को कहा कि सपा शासन में उत्तर प्रदेश की हालत दिन पर प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। उन्होंने कहा कि गलत सरकारी नीतियों की वजह से महंगाई बढ़ रही है।
संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं और मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में पुनिया की मुख्य सचिव के रूप में नियुक्ति दलित हितों को रखकर हुई थी, लेकिन उन्होंने दलित हित में कोई भी कार्य नहीं किया। मायावती ने आरोप लगाया कि पूनिया कांग्रेस की गांधीवादी सोच रखते हैं और उन्होंने सस्ती लोकप्रियता के लिए मेरे खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ बेवजह जांच बिठाई जा रही है।
मायावती ने कहा कि बसपा प्रमुख का पद उन्हें विरासत में नहीं मिला है। इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ता से अध्यक्ष पद तक सफर किया है।
मायावती ने प्रदेश सरकार पर हमला करते कहा कि अखिलेश की सरकार महज कागजी सरकार बन कर रह गई है। उन्होंने कहा कि अखिलेश दलित विरोधी हैं और जानबूझ कर मेरी सरकार के द्वारा बनाई गई जनकल्याण की नीतियों को एक-एक कर खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जानबूझ कर दलित अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के आते ही प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई और दिनदहाड़े महिलाओं की आबरू लूटी जा रही है। लोग घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। प्रदेश में कारोबारी अपने-आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जिससे प्रदेश का विकास बाधित हो रहा है। सपा सरकार में माफिया को खुला संरक्षण मिल रहा है। सारे अपराधिक तत्व जेलों से बाहर आ रहे हैं। जिससे प्रदेश में भय का माहौल व्याप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दो माह में ही 293 डकैती, 800 हत्याएं, 256 अपहरण ओर 700 लूट की घटनाएं हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में तबादलों का पिछले 60 साल को रिकार्ड टूट गया है। चहेते अफसरों को मनमांगी पोस्टिंग दी जा रही है।
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में वे दूसरी पार्टियों के रुख पर नजर रख रही हैं। संप्रग व राजग का उम्मीदवार सामने आने पर ही वह कोई फैसला लेंगी। 

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