नई दिल्ली। पेट्रोल पर यदि सारे टैक्स वापस ले लिए जाएं तो उपभोक्ताओं
को यह मात्र 36 रुपये प्रतिलीटर के हिसाब से मुहैया कराया जा सकता है।
दरअसल, केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा हर प्रकार के टैक्स लगाए जाने के
कारण 38.42 रुपये का पेट्रोल हम तक करीब 50 फीसद ज्यादा बढ़कर 73.18
[दिल्ली में] रुपये प्रतिलीटर में पहुंच रहा है। पेट्रोल के आधार मूल्य पर
लगभग 14.35 रुपये एक्साइज ड्यूटी, दो फीसद कस्टम ड्यूटी, तीन प्रतिशत
एजुकेशन सेस, डीलर कमीशन 1.5 रुपये और 20 फीसद वैट [दिल्ली में]
जोड़कर उपभोक्ताओं तक पहुंचता है। यदि दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 73.18 रुपये प्रतिलीटर का उदाहरण लें तो
इसका आधार मूल्य 36 रुपये है और 38 रुपये विभिन्न टैक्सों के रूप में
केंद्र व राज्य सरकारों के खजाने में जा रहे हैं। पेट्रोल के आधार मूल्य
में कच्चे तेल की कीमत, प्रसंस्करण व शोधन खर्च, ढुलाई खर्च अन्य खर्च
शामिल होते हैं।
समय-समय पर विभिन्न स्तरों पर पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स को कम करने
की मांगे उठती रहती है लेकिन कोई भी पक्ष खासकर राज्य सरकारें टस से मस
नहीं होती हैं। राज्यों के राजस्व के बड़ा हिस्सा तेलों पर लगाए जाने वाले
टैक्स से ही आता है। हालांकि गोवा में राज्य सरकार में पहल करते हुए टैक्स
वापस ले लिए हैं जहां कीमतें बढ़ने के बावजूद वहां पेट्रोल लगभग 60 रुपये
प्रतिलीटर ही बिकेंगी।
चार महानगरों में पेट्रोल के दाम :
[दाम रुपये प्रति लीटर] मौजूदा मूल्य ... नया दाम .. वृद्धि
दिल्ली .... 65.64 ....73.18 .. 7.54
कोलकाता ......70.03 .... 77.88 .. 7.85
मुंबई ......... 70.66 .... 78.57 .. 7.91
चेन्नई ........ 69.55 .... 77.53 .. 7.98
भारत के बाहर पेट्रोल के दाम :
पाकिस्तान- 59.00 प्रतिलीटर
श्रीलंका- 61.70 प्रतिलीटर
नेपाल- 75.20 प्रतिलीटर
बांग्लादेश- 43.40 प्रतिलीटर
चीन - 72.10 प्रतिलीटर
अमेरिका- 53.70 प्रतिलीटर
जर्मनी- 113.30 प्रतिलीटर
यूके- 101.10 प्रतिलीटर
इटली- 118.60 प्रतिलीटर
दुबई- 24.40 प्रतिलीटर
[दाम रुपये प्रति लीटर]
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