बुधवार, 2 मई 2012

केजरीवाल-रामदेव पर भड़के सांसद

   नई दिल्ली/ग्वालियर। योग गुरू बाबा रामदेव अपने बयान के बाद बाद अब संासदों के निशाने पर हैं। इससे पहले टीम अन्ना के अरविंद केजरीवाल भी सांसदों को अपशब्द कहने पर सांसदों की नाराजगी झेल चुके हैं। बाबा रामदेव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव के बाद केजरीवाल पर भी ऐसी ही तलवार लटकी हुई है। बुधवार को संसद में इन दोनों के बयानों के खिलाफ सांसदों ने जमकर खरीखोटी सुनाई।
टीम अन्ना के बाद योगगुरु बाबा रामदेव भी सासदों के निशाने पर आ गए हैं। सासदों के खिलाफ अपशब्द कहने और अपमानित करने के आरोप में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला चलाने का दबाव बढ़ने लगा है। लोकसभा में बुधवार को सपा के शैलेंद्र कुमार ने यह सवाल उठाया, जिसका कई सदस्यों ने समर्थन हुआ।
उन्होंने पहले ही इस आशय का नोटिस दिया हुआ है। काग्रेस सदस्य जगदंबिका पाल पहले ही टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नोटिस दे चुके हैं। रामदेव ने मंगलवार को छत्ताीसगढ़ में सासदों को डकैत और हत्यारा करार दिया था। उन्होंने कहा था कि संसद में कुछ अच्छे लोग भी हैं, लेकिन कई लोगों को हटाना होगा।
रामदेव के बयान पर बुधवार को शून्यकाल के दौरान सासद शैलेंद्र कुमार ने रामदेव का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग बेरोकटोक संसद की गरिमा पर चोट कर रहे हैं। लिहाजा, सरकार को सतर्क हो जाना चाहिए। सरकार को सबसे पहले उन एनजीओ की जाच करनी चाहिए जो अकूत धन इकट्ठा कर रहे हैं। उनसे यह पूछा जाना चाहिए कि पैसे का स्त्रोत क्या है?
योगगुरु के बयान पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बाबा रामदेव कुंठित व्यक्ति हैं। हालाकि, इसके उलट राजद प्रमुख की पत्‍‌नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी कहना है कि स्वामी रामदेव ने किसी एक नेता के लिए कुछ नहीं कहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने योगगुरु का बचाव करते हुए कहा कि बाबा रामदेव ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि अगर बाबा गलत कह रहे हैं, तो पार्टिया अपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को टिकट क्यों देती हैं। अपने बयान पर विवाद खड़ा होने के बाद बाबा रामदेव का कहना है कि मेरे बयान पर मच रहा बवाल गलत है।
उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि वह केवल इतना ही कह रहे थे कि जो ईमानदार सासद हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन संसद में चोर और लुटेरे भी बैठे हैं। उनसे संसद को बचाना है। योगगुरु ने बुधवार को कहा कि जो लोग मेरे बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं, उनसे निवेदन है कि वह पहले मेरी पूरी बात सुनें। लोकसभा अध्यक्ष द्वारा दी गई प्रतिक्रिया पर भी बाबा ने अफसोस जताया। रामदेव ने अपने बयान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्‍‌नी राबड़ी देवी के अलग-अलग विचारों पर चुटकी भी ली। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की माताएं दयालु और विवेकशील हैं। इसलिए जब मेरे बयान पर लालूजी के यहा यह हाल है, तो बाकी राजनीतिक घरानों में क्या हाल होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

योगी का एक मंत्री.. जिसे निपटाने के लिए रचा गया बड़ा षडयंत्र हुआ नाकाम

  सुशील अवस्थी 'राजन' चित्र में एक पेशेंट है जिसे एक सज्जन कुछ पिला रहे हैं। दरसल ये चित्र आगरा के एक निजी अस्पताल का है। पेशेंट है ...