बुधवार, 24 मई 2017

तुम जिस दिन टकराओगे, मिटटी में मिल जाओगे पाकिस्तान

   
    सोहेल अमान के डायलाग को याद कर आज दिन भर मुझे हंसी आती रही। दिन भर हंसी दिलाने के लिए इनका शुक्रिया। अब आप कहेंगे कि ये कौन हैं? ये बड़बोले लाल पाकिस्तान की पिद्दी सी वायुसेना के प्रमुख हैं। आज सुबह सुबह ये मुंहबोले सूरमा पाक वायुसेना का 50 साल पुराना कबाड़ सा जंगी जहाज़ मिराज लेकर सियाचिन के पास से अपने ही नभ् क्षेत्र से क्या गुज़रे, खुद को तीसमार खाँ समझ बैठे। थोड़ी सी भी अगर इनकी नाप जोख गड़बड़ा जाती तो भारतीय वायुसेना इनको हज़ारो फिट ऊपर आसमान में ही आग के शोलों में तब्दील कर देती।
     जमीन पर उतरते ही इन मुंहबोले सूरमा नें जो हवाई मारी उसको याद कर ही आज मैं सारा दिन हँसता रहा। इस चूतिये ने फ़रमाया कि पाक वायुसेना भारत को ऐसा जवाब देगी कि भारत की आने वाली नस्लें उसे याद रखेंगी। बताओ हंसी वाली बात है या नहीं?
     असल में वह कहना यह चाह रहे होंगे कि भारतीय वायुसेना नें पाकिस्तान को जो चोट पहुचाई है, उसे पाक की नस्लें याद रखें, भूलें नहीं। पूर्वी पाकिस्तान यानी आज के बांग्लादेश में इन बुजदिलों के जनरल नियाज़ी नें भी अपने तकरीबन एक लाख सैनिकों के साथ हथियार डालते वक्त कहा था कि हमें भारतीय वायुसेना नें ऐसा करने के लिए मज़बूर कर दिया है। अब बताओ दुनिया की 4थे नंबर की आधुनिक भारतीय वायुसेना का भला 13वे नंबर की जाहिल वायुसेना से क्या मुकाबला?

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