सोमवार, 15 मई 2017

"पत्थरबाजी" युद्ध कला


भारत सरकार कश्मीरी पत्थरबाजों को हल्के में न ले। आपको जानकर ताज़्ज़ुब होगा कि पत्थरबाजी युद्ध कला का बड़ा ही पुरातन, प्राथमिक और मज़बूत सिद्धांत है। आप सब शिवाजी की सेना द्वारा इस सिद्धांत को अपनाने और अपने दुश्मन की मज़बूत सेना को तहस नहस कर डालने के इतिहास से तो परिचित ही होंगे। परंतु क्या आप जानते हैं कि भगवान् राम की वानरी सेना नें भी अपनीभारत सरकार कश्मीरी पत्थरबाजों को हल्के में न ले। आपको जानकर ताज़्ज़ुब होगा कि पत्थरबाजी युद्ध कला का बड़ा ही पुरातन, प्राथमिक और मज़बूत सिद्धांत है। आप सब शिवाजी की सेना द्वारा इस सिद्धांत को अपनाने और अपने दुश्मन की मज़बूत सेना को तहस नहस कर डालने के इतिहास से तो परिचित ही होंगे। परंतु क्या आप जानते हैं कि भगवान् राम की वानरी सेना नें भी अपनी सटीक और सधी हुई पत्थरबाजी की ही बदौलत तब की अजेय मानी जाने वाली रावण की सेना को बुरी तरह परास्त किया था। दुर्भाग्य यह कि राम और शिवाजी का अनुयायी देश भारत आज विदेशी आक्रमणकारियों और रावण की युद्धनीति अपना रहा है, तो आतंकवादी देश पाकिस्तान हमारे खिलाफ राम और शिवाजी की युद्धनीति का सहारा ले रहा है।
जय श्री राम या वीर शिवाजी की झूंठी जय जयकार करने वाले पता नहीं कब अपनी गलती से सबक सीखेंगे। पत्थरबाज भी आतंकी ही हैं, इन पर रहम मतलब खुद को हार की आगोश में सौपना है। सटीक और सधी हुई पत्थरबाजी की ही बदौलत तब की अजेय मानी जाने वाली रावण की सेना को बुरी तरह परास्त किया था। दुर्भाग्य यह कि राम और शिवाजी का अनुयायी देश भारत आज विदेशी आक्रमणकारियों और रावण की युद्धनीति अपना रहा है, तो आतंकवादी देश पाकिस्तान हमारे खिलाफ राम और शिवाजी की युद्धनीति का सहारा ले रहा है। जय श्री राम या वीर शिवाजी की झूंठी जय जयकार करने वाले पता नहीं कब अपनी गलती से सबक सीखेंगे। पत्थरबाज भी आतंकी ही हैं, इन पर रहम मतलब खुद को हार की आगोश में सौपना है।

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