लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गुरुवार को सबसे यूपी के सबसे युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लॉ-मार्टीनियर कॉलेज ग्राउंड में विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी के बीच शपथ ग्रहण की। उन्हें प्रदेश के राज्यपाल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
अखिलेश के अलावा रामपुर से विधायक आजम खां, शिवपाल यादव, डाक्टर अहमद हसन वकार अहमद शाह, राजा अरिदमन सिंह, बलराम यादव, अवध प्रसाद, ओमप्रकाश सिंह, जौनपुर के पारसनाथ यादव, रामगोविंद चौधरी, आनंद सिंह ने फिलहाल तक शपथ ली है। अंबिका चौधरी और राजा भैया को चुनाव में हारने के बाद इस समारोह के दौरान मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। आज के शपथ समारोह में कुल 29 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जानी है।
मोतीलाल वोरा, सुल्तान अहमद, प्रकाश कारत, पवन बंसल, रीता बहुगुणा जोशी भी अखिलेश के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस समारोह में शामिल होने कई अतिथि बुधवार को ही लखनऊ पहुंच गए थे। वहीं कुछ अतिथि गुरुवार को भी समारोह में पहुंचे हैं।
समारोह में शामिल होने वालों में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रकाश करात, जनता दल [यू] के अध्यक्ष शरद यादव, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री सुल्तान अहमद, अभिनेत्री एवं पूर्व सासद जया बच्चन, उद्योगपति अनिल अंबानी, सुब्रत राय सहारा व जामा मस्जिद दिल्ली के शाही इमाम सैय्यद बुखारी प्रमुख हैं।
तमिलनाडु के कई सासद भी समारोह में शिरकत करेंगे। समारोह में बाहर से आने वाले इन विशिष्ट व्यक्तियों को राज्य अतिथि का दर्जा प्रदान किया गया है। अपर जिलाधिकारी [प्रोटोकाल] देवेंद्र पाडेय के मुताबिक आध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला, पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी, पूर्व राज्यपाल रोमेश भंडारी, मोतीलाल बोरा सहित अन्य कई अतिथियों के भी शपथग्रहण समारोह में आने की संभावना है।
मंत्रिमंडल छोटा होगा
भावी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शपथ ग्रहण समारोह की पूर्व संध्या पर कहा कि उनका मंत्रिमंडल छोटा होगा। जिसमें अनुभवी और युवा दोनों ही तरह के सदस्य शामिल होंगे। लखनऊ के लॉ-मार्टीनियर ग्राउंड पर होने वाले समारोह की तैयारियों को मुकम्मल रूप दिया जा रहा है। शपथ ग्रहण पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे से होगा। उसके बाद नए मुख्यमंत्री सपरिवार राजभवन जाएंगे। बुधवार को भी समाजवादी पार्टी में जबर्दस्त गहमागहमी रही। मंत्री बनने की चाहत में सवेरे से नवनिर्वाचित विधायक पार्टी कार्यालय और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के आवास के इर्द-गिर्द घूमते नजर आये।
पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे मुलायम सिंह और उसके कुछ देर बाद अखिलेश यादव भी सपा कार्यालय पहुंचे। उन्हें चेहरा दिखाने के लिए नवनिर्वाचित विधायकों में होड़ लग गई। अखिलेश ने उनके अभिवादन का जवाब दिया। इसके कुछ देर बाद पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव को मीडिया ने घेरा। मायावती की संपत्तिआठ साल में 11 से 111 करोड़ होने पर रामगोपाल ने कहा बसपा सरकार के घोटाले और मायावती की सम्पत्तिकी केंद्रीय एजेंसियों से जाच कराने की सिफारिश की जाएगी।
मुलायम सिंह करीब डेढ़ घटे तक कार्यालय में रहे। इस बीच उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। अखिलेश ने बाद में मीडिया के सवालों के जवाब दिए। मंत्रिमंडल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह अभी छोटा ही होगा। बाद में उसका विस्तार किया जाएगा।
हर वर्ग को प्रतिनिधित्व
उन्होंने कहा कि जब दावेदारों की संख्या ज्यादा हो तो टीम बनाना मुश्किल होता है। इसके बावजूद मंत्रिमंडल में अनुभवी सदस्यों के साथ ही युवाओं को भी तरजीह दी जाएगी। कोशिश इस बात की भी रहेगी कि मंत्रिमंडल में हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले। सरकार बनने पर ईमानदार व जिम्मेदार अधिकारियों को काम करने का पूरा मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब बसपा सरकार हजारों करोड़ रुपए पार्क, स्मारक तथा मूर्तियों पर फूंक सकती है तो बेरोजगारी भत्ता देने के लिए धनराशि क्यों नहीं जुटाई जा सकती है। प्रदेश में इतने बड़े पैमाने पर बेरोजगारी का अंदाजा नहीं था।
जिला सेवायोजन कार्यालयों में लाठीचार्ज की शिकायतों पर उन्होंने अफसरों से बात की है और अब कहीं ऐसी घटनाएं सुनने को नहीं मिलेगी। व्यवस्था बनाए रखने के लिए लाइन लगवाना इंतजाम के तहत होता है। यादव ने जनता को धन्यवाद दिया कि उसने बहुमत देकर तमाम बुराइयों से बचा लिया जिनमें मजबूरी में फंसना पड़ता। तीसरे मोर्चे की बाबत पूछे जाने पर यादव ने कहा कि उनकी जिम्मेदारी यूपी को आगे बढ़ाना है तीसरे मोर्चे के बारे में कोई भी फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व ही करेगा।
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