शनिवार, 17 मार्च 2012

"जनता का मिशन २०१४"

     माया शासन की तानाशाही झेल रहे यूपी वासियों नें अंधी-बहरी सरकार को उसके मुकाम तक पंहुचा दिया है। इस तरह से यूपी की पीड़ित-प्रताड़ित जनता का मिशन २०१२ तो संपन्न हो गया है। अब अगर आम आदमी की निगाह में कुछ चुभ रहा है, तो वह है, कांग्रेस की केंद्र सरकार। वह पार्टी जिसनें नारा दिया था "कांग्रेस का हाथ, आम आदमी के साथ" लेकिन इस हाथ नें देश की गरीब जनता को दोनों हाथों से लूटनें का काम किया, और उस लूटे गए पैसे को अपनी चंडाल चौकड़ी पर दोनों हाथों से लुटाया। इस निकम्मी सरकार के चाणक्य २०१४ में होनें वाले लोकसभा के आम चुनाव में फिर से दिल्ली की गद्दी पर काबिज होनें के लिए रणनीतियां बनाने लगे है। इस मिशन का इन लोगों नें नामकरण किया है, मिशन २०१४। और राजनीतिक पार्टियों की ही तरह जनता नें भी अपनें इस नए मिशन का नाम रखा है मिशन २०१४ । देखनें वाली बात यह होगी की कांग्रेस को दफ़न करनें के बाद जनता किसको दिल्ली की बागडोर सौपती है। जैसे यूपी की जनता नें काफी पहले से तय कर लिया था कि माया को तो जाना ही है, उसी तरह देश की भी जनता नें तय कर रखा है कि कांग्रेस को तो जाना ही है। आना किसको है सिर्फ इसी का इंतजार है। 

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