क्या कांग्रेस और सपा मिलकर बनायेंगे उत्तर प्रदेश में अगली सरकार? क्या बी.एस.पी. सूबे में इतनी कमजोर हो गयी है कि उसे सरकार बनाने के खेल से बाहर किया जा सके? क्या चुनाव परिणामों से हतास कांग्रेस यूपी में राष्ट्रपति शासन थोपनें की फिराक में हैं ? ऐसे न जानें कितनें सवाल आज कल हमारे आपके दिमाग में कुल-बुला रहे हैं। इन सभी सवालों के अंतिम जवाब तो ६ मार्च को तब ही मिल पाएंगे जब मतगणना का कार्य संपन्न हो जायेगा। तब तक अटकलों और भविष्य वाणियों का अनवरत सिलसिला जारी रहेगा।
तमाम टीवी चैनल अपनें-अपनें अनुमान जारी कर रहे हैं। स्टूडियो में राजनीतिक चाणक्यों की चौकड़ियों को स्थापित कर लगातार बहस मुबाहिशों का दौर चलाया जा रहा हैं , यह भूलकर कि पिछली दफा सत्ता में आयी माया सरकार का ये चाणक्य और चैनल जरा भी अनुमान न लगा पाए थे। ऐसे माहौल में क्या हमको आपको भविष्यवाणी करनें का अधिकार नहीं हैं क्या?
मेरी भी भविष्यवाणी को नोट किया जाय।
समाजवादी पार्टी- १५६
बसपा - ९२
भाजपा- ७८
कांग्रेस- ३६
पीस पार्टी- १२
राष्ट्रीय लोकदल - २२
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