आप सभी को बड़े मंगल की हार्दिक शुभकामनायें| तपती दुपहरी में लखनऊ के लोग स्टाल लगाकर राहगीरों को जल,शरबत व पूड़ियाँ बांटते हैं| बजरंगी के नाम पर यह प्रथा कितनी पुरानी है जान पाना थोडा कठिन है| लेकिन इस प्रथा में बजरंगी के प्रति लखनऊ वासियों की अपार श्रद्धा जरुर झलकती है| कहा जाता है अवध के नजदीक होने के कारन बजरंगी का लगाव यहाँ से रहा है| कहतें है कि लखनऊ का पुराना नाम लक्ष्मण पुरी था| और इसे भगवान् राम के प्रिय अनुज लखन लाल ने बसाया था| इस नाते भी हनुमान जी का व्यक्तिगत जुडाव लखनऊ से रहा है|
देश के दुसरे हिस्सों में बड़े मंगल को किस रूप में मनाया जाता है आप लोग बताइए न| यदि आपके शहर में यह प्रथा प्रचलित है तो यकीन मानिये ये वैसे ही लखनऊ से आपके यहाँ पहुंची होगी जैसे गणेश पूजा महाराष्ट्र से व दुर्गा पूजा का आधुनिक रूप बंगाल से देश के दूसरे हिस्सों में पहुंचा है| आपका अपना- सुशील अवस्थी "राजन"
AApki soochnaen vaastav men upyogi haen. Mere liye nayee bhi. Allahabad men BUDHWA MANGAL (Yahan Bade Mangal ko isi naam se jana jata hae) ka koii bahut bada utsav to nahin manaya jata hae. Is din mere jaese paramparavadi log parivarik paramparaon ka nirvah karte hue keval VRAT aur POOJAN tak seemit haen.
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