आज मुझे मेरे एक फेसबुकिया मित्र पंकज दविवेदी नें एक मीटिंग के सिलसिले में बुलाया था। जाकर मालुम पड़ा कि वह श्रीमान जी एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनकी पार्टी का नाम है, राष्ट्रीय साम्यवादी आर्यन पार्टी, जो मुझे पूर्णतया घोर हिंदूवादी पार्टी लगी। उनके राष्ट्रीय पदाधिकारियों के विचारों का जोश देखकर लगा कि मानों पार्टी बनाना और चलाना अब बच्चों का खेल सा हो गया है। आपस के चालीस पचास यार दोस्त एक जुट हुए और बन गयी पार्टी। यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हर मोहल्ले की अपनी एक पार्टी होगी। वास्तव में कुछ लोग पार्टी बनाना और चलाना बहुत आसान काम समझते हैं। मैं पंकज जी व उनकी टीम को हतोत्साहित नहीं करना चाहता, परन्तु इतना जरुर कहना चाहता हूँ कि पार्टी बनाना जितना आसान है, चलाना उतना ही कठिन।आप सब क्या सोंचते हैं? अपनें विचार अवश्य रखें।
आपका अपना-
सुशील अवस्थी "राजन" मोबाइल -9454699011
मैंने सुना है आजाद हिंद फौज की स्थापना रास बिहारी बॉस जी ने टोकियो में मुट्टी भर लोगों की सहायता से की थी जिसमे भारत देश के प्रति समर्पित लाखों लोगों ने सेवाएं दी| और रास्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना केवल तीन लोगों ने की थी और आज विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवक संगठन है| भारतीय जनता पार्टी जनसघ थी, जो कुछ लोगों ने ही बढाया और भारतीय जनता पार्टी बनी| अकेले चाणक्य ने संपूर्ण प्रभुत्व वाला एक हिन्दू साशक तैयार कर दिया| अकेले दम पर हिन्दू सम्राट वीर शिवाजी ने मराठा राज्य की नीव मजबूत की| परन्तु जयचंद के कारण पृथ्वीराज चौहान हार गया|
जवाब देंहटाएंमित्र टिप्पणी करना बहुत अच्छा है परन्तु मेरे अनुमान से अगर आप स्वयं उनसे जुड़कर कुछ सुझाव हिन्दू हित में देते तो शायद आपके लिए भी अच्छा होता| अपने बताया पचास लोग थे, मैं तो कहता हूँ जब अकेले रामदेव, आदित्य योगी अपना जन समर्थन हिंदुत्वा से जोड़कर देखते हैं और सिर्फ उनके लिए ही करते हैं तो इन लोगों में तो अपने बताया बहुत जोश था| एक अकेले मांझी नाम के व्यक्ति ने बिहार में पूरा पहाड़ काट कर रास्ता बना दिया तो इन्हें भी रास्ता बनाने दो| अगर आप तथाकथित "सेकुलर" हैं तो फिर तो आप घृणा के लायक भी नहीं क्यूँ की इन लोगों की ही वजह से हिन्दुओं की बेटी घर से उठा ली जाती है और बलात्कार करके उसे मरकर सड़क पर फैंक दिया जाता है| यदि आपके पास धन और सामर्थ्य है तो सिर्फ आपके जीवित रहने तक उसके बाद बीवी, बच्चे परिवार और बाकि का समाज| क्या आप अपने दायित्व से भाग सकते है या ज़मीर को धोका दे सकते हैं..? अगर कांग्रेसी और मुल्ले हैं तो कुछ भी कर सकते है....? अगर समझ ए तो संपर्क करना अन्यथा मेरा समय और अपना दिमाग ज्यादा मत ख़राब करना|
जय हिंद
जय भारत
जय भवानी