उत्तर प्रदेश की जनता नें बड़ी आस और उम्मीदों से बहुजन समाज पार्टी के स्थान पर समाजवादी पार्टी की सरकार स्थापित की थी, लेकिन माया सरकार और अखिलेश सरकार के कामकाज में कोई खास फर्क नहीं नज़र आता है। माया सरकार के लुटेरे IAS अधिकारी प्रदीप शुक्ल को दोनों सरकारें एक जैसा ही संरक्षण प्रदान कर रही हैं। मूर्तियों की स्थापना को जो समाजवादी पार्टी निरर्थक कार्य बताया करती थी, खुद उसनें ही मायावती की मूर्ति स्थापना में जो तत्परता दिखाई, वह तो तत्परता तो माया सरकार में भी नहीं थी। माया सरकार के अनेंकों घोटालों को एक समय खोलनें में लगी रही अखिलेश सरकार प्रदेश की जनता को यह बता पानें में आज भी अक्षम है कि कितनें घोटालेबाजों को सजा मिली।
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