दुनिया में बदलाव की देखो कैसी चली बयार|
बिछड़ चुके हैं अमेरिका और पाक जैसे मजबूत यार|
आग और दंगे बन बैठे विकसित देशों की पहचान|
भारत तरफ ताकती दुनिया सुनती हमको देकर कान|
लोकतंत्र,और अर्थव्यवस्था हमें और चमकानी है|
एक-एक नागरिक को जिसमें अपनी भूमिका निभानी है|
आनें वाले दिन अपनें होंगें और चुनौतीपूर्ण|
आओ करें तयारी ऐसी की हम होंगे परिपूर्ण|
रहें एक तो हर मुश्किल हो जाएगी आसान|
पाएंगे फिर खोया वैभव मान और सम्मान|
सुशील अवस्थी "राजन" मेरी एक तमन्ना भारी|
सारा विश्व लगाये भारत माता की जयकारी |
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