शनिवार, 29 अक्तूबर 2011

" जाग रही है जनता अब "

               भ्रष्टाचार, कुशासन पर अब, आये दिन होता है वार,
               जाग रही है जनता अब, इस खातिर जारी प्रतिकार|
राजनीति और नेताओं से, उठा भरोसा अपना,
ये रोंकेंगे लम्पटता को, लगता सबको सपना|
जन-जन में है क्रोध, व्यग्रता करती हमें अधीर,
कोई आये और चुरा ले, जन मानस की पीर|
रामदेव और अन्ना में, दिख रहा हमें था नायक,
पर भ्रष्ट,लुटेरे जुटे हैं, साबित करनें को नालायक|
               घुप्प अँधेरा बता रहा, अब  भोर हमारे द्वार,
               जाग रही है जनता अब, इस खातिर जारी प्रतिकार|
कहें अवस्थी "राजन" अब तो, सबको जागना होगा,
किसी एक को दे नहीं सकते, दुक्ख हरण का ठेका|
लोकतंत्र को अश्त्र, शस्त्र  मतदान बनायेंगे,
जिसके दम हम क्रांति, भारतवर्ष में लायेंगे|
दिग्विजयी रावणों का दंभ हमें, अब करना होगा चूर,
भीख नहीं अधिकार माँगते, हम न मूरख मजबूर|
                छिड़ी लड़ाई वही लडेगा, जिसको भारत से प्यार,
                जाग रही है जनता अब, इस खातिर जारी प्रतिकार|

शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2011

" मन का मन "

मन के मन को जानना,
और उसे पहचानना,
बहुत कठिन है यार|
कभी बहुत खुश,
कभी दुखी है,
कारन का कुछ पता नहीं है,
कभी वहां है कभी यहीं है,
मन की गति का पता नहीं है,
मन की मन-मन,
सुननेवाला,
व्यग्र व्यथित बनता मतवाला,
मन को मार,
कहाँ कोई जीता,
मन के मन में रावण बसता,
बसते लछिमन, राम व सीता|
मन के जाल से उबरा,
वही सुह्रद सुजन,
राम नाम की "मनका"
घूमे जिसके मन|

गुरुवार, 27 अक्तूबर 2011

चिड़ियाघर में एक दिन

     कल हम लखनऊ के चिड़ियाघर गए थे| मेरी २० महीनें की प्यारी बिटिया रिशिका को बड़ा मज़ा आया| हम सोंच रहे थे,कि खूंखार जंगली जानवरों को देख कर वह ज्यादा खुश होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, उसे वहां जो चीज़ सबसे ज्यादा पसंद आयी वह था हवाई जहाज़| बड़ी देर तक वह उसे निहारती रही| जब तक वह जहाज़ देख रही थी,मै उसके चहरे पर उभर रहे भावों को पढ़नें की कोशिश कर रहा था| बच्चों के सोंचनें-समझनें का तरीका हम बड़ों से कितना जुदा होता है| हालाँकि उसकी तबियत ठीक नहीं थी, फिर भी वह खुश थी, वह खुश थी इसलिए मै भी खूब ख़ुश था|
    पिछले १२ सालों से मै उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रह रहा हूँ लेकिन चिड़ियाघर नहीं जा पाया था| मेरी प्यारी बिट्टू नें कल मुझे यह सुअवसर उपलब्ध कराया| सारा दिन घोड़े की तरह टक-टक दौड़ के बीच इस छोटे से भ्रमण नें क्या सुकून और शांति दी, बखान कर पाना मुश्किल है| आप लोगों से भी गुजारिश है कि अपनी व्यस्तता से थोडा समय अपनें परिवार के साथ   खर्च कर देखिये बड़ा मज़ा आएगा| वह मज़ा जिसके दाम या मूल्य नहीं तय किये जा सकता| मतलब अनमोल...मज़ा|

बुधवार, 26 अक्तूबर 2011

चीन और भारत का फर्क

    सुशील अवस्थी "राजन"  गैर लोकतान्त्रिक देश चीन में सोशल मीडिया पर कड़े प्रतिबन्ध लागू होनें जा रहे हैं| आपको क्या लगता है कि भारत में ऐसा नहीं होगा? भारत सरकार के भी दिलो-दिमाग में हमारी-आपकी बातों को अवरुद्ध करनें का इरादा है| दिक्कत ये है कि चीन एक गैर लोकतान्त्रिक मुल्क है,वहां की सरकार किसी भी बात को बगैर लाग-लपेट के कह देती है, लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश भारत की सरकार गोल-गोल कर कहती और करती है| वहां अगर बड़े लोकतान्त्रिक जनांदोलनों को बेरहमी के साथ कुचला गया है,तो हमारी सरकार नें भी वही किया है| बाबा रामदेव और अन्ना के लोकतान्त्रिक आन्दोलनों का हश्र सारी दुनिया देख रही है| वहां अगर कुछ लोगों की इच्छा ही सत्ता सञ्चालन के तौर तरीके तय करती है तो भारत में भी ऐसा ही हो रहा है| बस एक बुनियादी फर्क है, कि यहाँ ये सब हमारी-आपकी रजामंदी से हो रहा है,और वहां ज्यादती से| हम जिस दिन जातिवाद, धर्मवाद, व्यक्तिवाद का चोला उतार फेंकना  चाहें   फेंक सकते हैं परन्तु चीनी चाह कर भी नहीं| 

मंगलवार, 25 अक्तूबर 2011

जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना

जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना,
भ्रष्टाचारी अँधेरा कहीं रह न जाये|
                                बनाना हमें देश को शक्तिशाली,
                                हटाओ उन्हें जो लुटेरे बवाली|
                                जिन्होनें तर्कों-कुतर्कों का लेकर सहारा,
                                चूसा है हमको किया बेसहारा|
इन्हें कसके पीटो ये बचनें न पायें|
अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाय|
                                 हमें याद रखनी है "अन्ना" कहानी,
                                 रामदेव की वह पिटाई पुरानी|   
                                 सत्ता के मद से जो लोग अंधे हुए हैं,
                                 लूट और खसोट जिनके धंधे हुए हैं|
उठाओ कसम अब ये आनें न पायें,
अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाय|
                                 "राजन" अवस्थी का खुलकर ये कहना,
                                 बहुत दिन सहा है अब आगे न सहना|
                                 मतदान का अधिकार बाबा साहब दिए हैं,
                                 लोकतंत्र की मशाल भारत कायम किये है|
वोट से बदलो व्यवस्था खून बहनें न पाए|
अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाये|                       

सोमवार, 24 अक्तूबर 2011

दीपावली के बहानें

     आप सभी मित्रों को धनतेरस व दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें| ईश्वर करे हम सभी का त्यौहार सकुशल गुजरे| क्योंकि हमारा एक पडोसी देश ऐसे ही मौकों का इंतजार हम भारतीयों में दहशत पैदा करनें के लिए करता है| माल,बाज़ार,सिनेमा हाल, रेलवे स्टेशनों और अपनें आस-पास हम खुद अपनी निगरानी रखें| कहीं कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखनें पर तुरंत अपनें लापरवाह तोंदू पुलिस मैन को सूचित करें,और सुनिश्चित करें की आपकी सूचना पर अमल हो| क्योंकि हमारी पुलिस आपकी सुरक्षा से ज्यादा अपनी जेब भराई पर ही ध्यान दे रही होगी| क्योंकि त्यौहार तो उनके भी घर में मनाया जायेगा, वह भी तब जब डंडा पटक रहे पुलिस अंकल कुछ हराम का कमाकर घर ले जायेंगे| पुलिस अंकल बुरा न मानों दिवाली है .... आपका अपना-
                                        सुशील अवस्थी "राजन"
                                             मोबाईल -    09454699011

मंगलवार, 18 अक्तूबर 2011

पाकिस्तान कर सकता है भारत पर हमला

     सुशील अवस्थी "राजन" पाकिस्तान कर सकता है भारत पर हमला| उसकी गतिविधियों और भारत विरोधी इतिहास पर निगाह डालें तो ऐसी संभावनाओं को बल मिलता है| घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर हो रही उसकी भद्द से छुटकारा पानें का उसके पास यही समुचित रास्ता है| ओसामा को सरपरस्ती देकर अंतर्राष्ट्रीय बदनामी और अमेरिका की हिकारत झेल रहे पाकिस्तान को चीन का मिल रहा खुला संरक्षण उससे ऐसा काम करवा सकता है|
     हमारी राजस्थानी सीमा से मात्र २५ किलोमीटर दूर रहीम यार खान नामक स्थान पर चीनी सेना पाकिस्तानी सैनिकों को युद्ध फतह करनें के गुर सिखा रही है| गोला बारूद और अत्याधुनिक हथियारों से पाकिस्तान को लैस कर रहा चीन आजकल वियतनाम के समुद्री क्षेत्र में भारत की ओ.एन.जी.सी. द्वारा तेल एवं गैस खोज अभियान से व्यथित भी है| वह खुद तो युद्ध नहीं करना चाहता लेकिन अपनें नवागत पिट्ठू पाकिस्तान की भारत से गत बनवाकर हम पर दबाव बनानें की रणनीति अख्तियार कर सकता है| देशी मोर्चे पर नित नयी छीछालेदर का सामना कर रही अपनी केंद्र सरकार भी देश हित में अपनें विरोधियों से चुप होकर, भारत सरकार के कंधे से कन्धा मिलानें की देश हितकारी सलाह पर अमल करा सकती है| कांग्रेस षड्यंत्रकारी पार्टी है वह कुछ भी कर सकनें में सक्षम है|

रविवार, 16 अक्तूबर 2011

" भारत माता की जय "


दुनिया में बदलाव की देखो कैसी चली बयार|
बिछड़ चुके हैं अमेरिका और पाक जैसे मजबूत यार|
आग और दंगे बन बैठे विकसित देशों की पहचान|
भारत तरफ ताकती दुनिया सुनती हमको देकर कान|
लोकतंत्र,और अर्थव्यवस्था हमें और चमकानी है|
एक-एक नागरिक को जिसमें अपनी भूमिका निभानी है|
आनें वाले दिन अपनें होंगें और चुनौतीपूर्ण|
आओ करें तयारी ऐसी की हम होंगे परिपूर्ण|
रहें एक तो हर मुश्किल हो जाएगी आसान|
पाएंगे फिर खोया वैभव मान और सम्मान|
सुशील अवस्थी "राजन" मेरी एक तमन्ना भारी|
सारा विश्व लगाये भारत माता की जयकारी | 

भगवान जानें हमारी सरकार क्या कर रही है?

    
     चीन और पाकिस्तान रहीम यार खान में मिलकर युद्धाभ्यास कर रहे हैं| जो हमारी राजस्थानी सीमा से महज़ २५ किलोमीटर ही दूर है| इस युद्धाभ्यास की खासियत यह है कि इसमें चीनी सेना का इंजीनियरिंग दस्ता भी भाग ले रहा है| पाकिस्तानी सेना चीन से मिले साजो-सामान का भौतिक परीक्षण कर रही है| अभी कुछ ही दिन पहले हमारे थल सेनाध्यक्ष नें कहा था कि गुलाम कश्मीर में हजारों चीनी सैनिक मौजूद हैं| बंगलादेश, लंका, नेपाल, म्यांमार, पाकिस्तान, हिंद महासागर में अंदमान निकोबार तक से ड्रैगन हमें घेर चुका है| भगवान जानें हमारी सरकार क्या कर रही है? क्योंकि चीन के इरादे नेक तो कतई नहीं हैं|

गुरुवार, 13 अक्तूबर 2011

भाजपा पहले अपनें आप से लड़ ले



     भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण अडवाणी जी का जन चेतना रथ अपनी राह से भटकता हुआ दिख रहा है| अन्ना हजारे और बाबा रामदेव जी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ बनाये गए अखिल भारतीय माहौल का फायदा उठानें के लिए उठ खड़े हुए आडवानी जी की रथ यात्रा अब भाजपा की अंदरूनी लड़ाई सतह पर लानें का जरिया मात्र बन कर रह गयी है| लड़ाई कि भाजपा से कौन होगा अगला प्रधानमंत्री? नरेन्द्र मोदी या अडवाणी? या फिर कोई और? भ्रष्टाचार का मुद्दा अब काफी पीछे छूट चुका है| कौन कहता है कि २०१४ लोकसभा चुनाओं में भाजपा की लड़ाई कांग्रेस से है, मुझे तो लगता है कि भाजपा पहले अपनें आप से लड़ ले|

शनिवार, 8 अक्तूबर 2011

अन्ना बाबा बताइए तो किसको वोट दें?

परम आदरणीय अन्ना बाबा सादर प्रणाम!
    आप उत्तर प्रदेश के चुनावी महासंग्राम में हम प्रदेश वासियों का मार्गदर्शन करेंगे जानकर अपार हर्ष हुआ|| अन्ना जी यदि आप हम प्रदेश वासियों से यह आग्रह करेंगे कि कांग्रेस को दफ़न कर दो, तो यह काम तो हम लोगों नें काफी पहले कर दिया है| कांग्रेस उत्तर प्रदेश में मरणासन्न स्थिति में है|  यूपी के लोग सिर्फ "जन लोकपाल" को ध्यान में रखकर ही २०१२ के विधान सभा चुनाव में अपनें  मतदान की बारी का इन्तजार नहीं कर रहे| हमारी समस्याएं कुछ और हैं|
     हम प्रदेश वासियों का सबसे बड़ा दुर्भाग्य तो यह है कि इस बार हमारे पास विकल्प सीमित हैं| हमें किसी भी राजनीतिक दल या नेता में ऐसी कोई दृढ इच्छा शक्ति नहीं दिख रही है, कि वह हमारे प्रदेश को विकास की नई बुलंदियां दिखा सकेगा| हाँ एक नवोदित "पीस पार्टी" में कुछ झलक दिख रही थी, लेकिन वह भी सत्ता सिंघासन पर आरूढ़ होनें की जल्दी में अपराधियों की गोद में खेलनें लगी| साम्प्रदायिकता की भट्टी में तप चुके हम यूपी वासियों को दिया गया इस पार्टी का नारा कि "हिन्दू-मुस्लिम साथ चलेगा" रास आ रहा था, परन्तु अब लोगों को लगनें लगा कि पीस-अपराधी साथ चलेगा|
     श्रद्धेय हजारे साहब यह एकदम सत्य है, कि मायावती की मनमानी झेल रहे उत्तर प्रदेश को आप से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन आपके तरकश में "जन लोकपाल" के अलावा हम प्रदेश वासियों को कोई तीर ही नहीं दिखता| आप यह तो स्पष्ट रूप से कहतें हैं कि कांग्रेस को वोट न दीजिए , लेकिन किसको दें? के सवाल पर आपकी चुप्पी हम आपके अनुयाइयों को और दिग्भ्रमित करती है| राजनीति में कैसे नेता और पार्टियाँ होनी  चाहिए यह तो आपकी पाठशाला में हम प्रदेश व देशवासियों नें पढ़ लिया, पर आपकी पाठशाला में पढाये गए पाठ के अनुरूप हमारे आस-पास कोई नेता या पार्टी है? इस पर भी आपका जवाब सिर्फ चुप्पी ही है| आप और आपकी टीम के लोगों पर देश को विश्वास है, लेकिन आप लोग मालिक का आसन छोंड चाकरी का काम करनें से रहे|
      वैसे तो व्यक्तिगत मुझे अपनी मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी की आज कल कोई बात नहीं सुहाती, लेकिन आप लोगों के लिए दिया गया उनका यह बयान कि "अन्ना चुनाव में हिस्सा लें, अपनें लोगों को जितायें, और अपनें मन का कानून खुद ही बना लें" काफी सकारात्मक लगता है| बाबा जी सिर्फ इतना बता देना कि यह गलत है और यह सही, सबसे आसान काम है| पर सही के मार्ग पर चलना काफी दुष्कर है| हम उम्मीद करते हैं कि आप २०१२ के यूपी चुनावों से पहले हम यूपी वासियों को यह जरूर बताएँगे कि हम किसको वोट दें? समाजवादी पार्टी को, जिसके गुंडों से तंग आकर हमनें बहन जी के हांथी को खिला-पिलाकर ताकतवर बनाया, ताकि वह सपाई दबंगों का सामना कर सके, लेकिन अब वह ही हम लोगों के अरमानों को रोंद रहा है| भाजपा को, जिसनें जो कहा वह कभी नहीं किया| राम-राम रटकर सत्ता पर आरूढ़ हुई पार्टी अंततः राम को ही भूल गयी| कांग्रेस की तो आपसे बात ही नहीं की जा सकती| अन्ना बाबा बताइए तो किसको वोट दें?
आपका शिष्य- susheel awasthi "rajan"
                             mobile- 09454699011
                                लखनऊ, उत्तर प्रदेश,

बुधवार, 5 अक्तूबर 2011

"ऐसा है हमारा उत्तर प्रदेश"


  
  अन्ना बाबा नें एक बार फिर कांग्रेस को हिला दिया है, यह कहकर की यदि शीतकालीन सत्र में लोकपाल बिल न पास हुआ तो बाबा लोगों से कांग्रेस को वोट न देनें की अपील करेंगे| भाजपा की ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं है, वह सोंच रही है की दो की लड़ाई में तीसरे का फायदा वाली स्थिति बन रही है| अन्ना बाबा नें यूपी की सियासत भी गरमा दी है यह कहकर क़ी  मतदान से ३ दिन पहले लखनऊ में भी धरना होगा| 
      जाति अपराध और धन की राजनीती के महारथी यूपी के राजनीतिक पुरोधाओं की सांसें अटक गयी हैं| कांग्रेस की अखिल भारतीय दुर्गति देख चुकी यूपी की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती में अन्ना से निपटनें या हल्के में निपटानें का साहस नहीं बचा है| आम आदमी अन्ना के राजधानी आगमन की प्रतीक्षा में है| अन्ना आयें और देखें लखनऊ में कितना पत्थर तराशा गया है? कितनी मूर्तियों की स्थापना हुई है| दिवंगत महापुरुषों के बीच जब वे जाग्रत महादेवी सुश्री मायावती की करोड़ों रुपये की प्रतिमा देखेंगे, तो शायद उन्हें एहसास हो की कांग्रेस के खिलाफ आन्दोलन चलानें से pahale  उन्हें बसपा के खिलाफ आन्दोलन चलाना चाहिए था|
      हमारी प्रदेश की मुखिया सार्वजानिक रूप से फूल की जगह करोड़ों रुपये के हज़ार के नोटों की माला पहनती हैं| वे किसी आम-खास व्यक्ति से मुलाकात नहीं करती हैं| प्रधान मंत्री के बराबर जिनकी सुरक्षा में प्रदेश के गरीब आदमी का पैसा खर्चा होता है| जिनके जन्मदिन की उगाही में सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों की जान ले ली जाति है| जेल में भी हत्याएं होती हैं| पत्रकारों को खुले आम सरकार समर्थित अधिकारी प्रताड़ित करते है| ऐसा है हमारा उत्तर प्रदेश ...

मंगलवार, 4 अक्तूबर 2011

कन्या भोज

आज मेरे घर कन्या भोज था, मोहल्ले की कुछ छोटी कन्यायों को बुलाकर उन्हें पूजित किया गया| इस पावन अवसर पर मेरी प्यारी बिटिया रिशिका भी उन्ही के बीच थी|

 

शनिवार, 1 अक्तूबर 2011

हांथी मेरा साथी?

   उत्तर प्रदेश के लोगों को हमारी सरकार नें बड़ा खूबसूरत तोहफा दिया है| आज से आप सरकार की बनाई गयी मूर्तियों और पार्कों का नजदीकी दीदार कर सकेंगे| इस दीदार बाज़ी की कीमत औसतन १० रुपया रखी गयी है| अरबों रुपये की लागत से तैयार कराये गए इन पार्कों मूर्तियों का प्रदेश की बेहतरी में क्या योगदान होगा? आम आदमी माया के इस महा मिशन को सकारात्मक अथवा नकारात्मक किस रूप में लेता है, २०१२ के विधान सभा चुनाओं के परिणाम ही इसकी विस्तृत विवेचना कर पाएंगे| हालाँकि विरोधी पार्टियाँ मुख्यमंत्री के इन कार्यों की जमकर आलोचना कर रही हैं| सपा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनें समाजवादी क्रांति रथ से करीब-करीब हर विधान सभा क्षेत्र में इस चर्चा को आम बना रहे हैं,कि ये फिजूल कार्य यूपी सरकार द्वारा किया गया है| सबका ध्येय वोट बटोरना है| अब अगर माया सरकार को यूपी की जनता दुबारा तख़्त नशीं कर दे, तभी इस कार्य की सार्थकता है| क्योंकि इस कार्य की कीमत तो आम आदमी नें ही चुकाई है|

योगी का एक मंत्री.. जिसे निपटाने के लिए रचा गया बड़ा षडयंत्र हुआ नाकाम

  सुशील अवस्थी 'राजन' चित्र में एक पेशेंट है जिसे एक सज्जन कुछ पिला रहे हैं। दरसल ये चित्र आगरा के एक निजी अस्पताल का है। पेशेंट है ...