यूपी के विधान सभा चुनाव की आहट महसूस होने लगी है|सपा,बसपा ने प्रत्याशी घोषित करने शुरू कर दिए हैं|कांग्रेस,भाजपा भी ज्यादा लम्बा इंतजार नहीं करनेवाली|सभी प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी घोषित हुए नहीं कि पिछले चार-पांच साल न दिखे नेता आपको दिखने लगेंगे|
क्या हम और आप फिर माफियाओं और बाहुबलियों का साथ देंगे?क्या फिर जातिवाद कि आंधी हमारा मुख्यमंत्री तय करेगी?क्या धर्म के ठेकेदारों कि दुकान फिर सज सकेगी?मुझे तो नहीं लगता|आपको....? रिपोर्ट- सुशील अवस्थी "राजन"
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