बुधवार, 31 अक्तूबर 2012

इंदिरा जी को श्रद्धांजलि


    आज इंदिरा जी की पुण्यतिथि है। आज के ही दिन हमारी जनप्रिय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा जी की उनके ही सुरक्षाकर्मियों नें हत्या कर दी थी। आज हम सब उन्हें कृतज्ञता पूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी पार्टी कांग्रेस और उनके परिवार के लोग उनके महान व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर काम करें, जिससे देश का कुछ भला हो सके।

सोमवार, 29 अक्तूबर 2012

श्री सीताराम

     28 अक्तूबर को एक बार फिर मैं चित्रकूट में था। मन्दाकिनी स्नान और कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा इन दो कामों को करते हुए मुझे कुछ ऐसी दिव्य अनुभूति होती है, जिसका वर्णन कर पाना मुझे संभव नहीं लगता। कामदगिरी की परिक्रमा करनें के बाद सदैव मेरे मन की अशांति कम हो जाती थी। मेरे प्रिय मित्र सर्वेश पाण्डेय जी नें सहसा एक दिन छिड़ी चर्चा में जब संत तुलसीदास जी की यह पंक्ति सुनाई "कामदगिरी भे राम प्रसादू, अवलोकत अपहरत विषादू" तब मेरी समझ में आया कि क्यों चित्रकूट स्थित इस परम पुनीत पर्वत की परिक्रमा कर लेनें के बाद मेरे मन की अशांति में हमेशा कमी आ जाया करती थी। क्योंकि तुलसी बाबा की इस पंक्ति का मतलब है कि सिर्फ इस पर्वत को अवलोकत अर्थात देखनें मात्र से ही मन के विषाद का अपहरण हो जाता है, अर्थात मन के विषाद का यह पर्वत अपहरण (चोरी) कर लेता है। जय हो कामतानाथ भगवन की।
      इस बार की अपनी चित्रकूट यात्रा के कुछ महत्वपूर्ण चित्र मैं आप लोगों से बाँट रहा हूँ। कृपया निगाह डालिए। भगवान राम नें अपनें 14 वर्ष वनवास के जहाँ करीब 11-12 वर्ष इस पर्वत के आस-पास बिताये, वहीं आप लोग भी अपनी व्यस्त जिंदगी से पिंड छुड़ाकर अपनी जिंदगी के कुछ घंटे बिताइए, मुझे पूरा विश्वास है, कि आप खुद पर प्रभु श्री राम की असीम कृपा अनुभव करेंगे। एक बार श्रद्धा पूर्वक कहिये "श्री सीताराम" 
आपका अपना- सुशील अवस्थी "राजन" मो0- 9454699011
चित्रकूट में कामदगिरी परिक्रमा मार्ग पर एक जगह सजा भव्य राम दरबार 

कामदगिरी की परिक्रमा करते सुशील अवस्थी "राजन"


वानरों के समूह से घिरे रहनें वाले कामदगिरी का एक भव्य द्रश्य 

कामदगिरी के इन्हीं में से किसी न किसी पत्थर को कभी भगवान श्री राम का स्पर्श अवश्य मिला होगा 

चित्रकूट के लेटे हनुमान की जय  ......



चित्रकूट की लक्ष्मण पहाड़ी से एक विहंगम दृश्य 

मेरी इस पूरी चित्रकूट यात्रा में संग-संग रहे मेरे अभिन्न मित्र श्री सर्वेश पाण्डेय जी 

शनिवार, 27 अक्तूबर 2012

प्रेम से बोलिए जय श्री राम......

       मैं आज चित्रकूट जा रहा हूँ। वहां वनवासी भगवान् श्री रामचन्द्र जी, मैया सीता व लक्ष्मण जी के दर्शन करूँगा। साथ ही मन्दाकिनी स्नान, गुप्त गोदावरी, स्फटिक सिला, अनुसुइया व सीताकुंड आदि दर्शनीय स्थलों की भी तमन्ना है। आप लोगों का कोई सुझाव हो तो प्रस्तुत करनें की कृपा करें। साथ ही एक बार प्रेम से बोलिए जय श्री राम .......

मंगलवार, 23 अक्तूबर 2012

सोमवार, 22 अक्तूबर 2012

अशफाकउल्लाह खान को जन्मदिन पर सलाम !

   एक मुसलसल ईमान मुसलमान अमर शहीद अशफाकउल्लाह खान को जन्मदिन पर सलाम ! पंडित बिस्मिल के इस जाबांज साथी को आखरी रात इस बात का गिला रहा की मादर ए वतन पर कुर्बान होने के लिए बस एक ही बार पैदा हो सकेगा ! अल्लाह से ज़न्नत के बदले हिन्द पर फ़िदा होने के लिए दूसरा जनम मांगने की खवाहिश रखने वाले इस सितारे को सौ-सौ सलाम !स्वर्गीय अग्निवेश शुक्ल की अप्रतिम कविता का एक अंश सादर समर्पित...
"जाऊँगा खाली हाथ मगर ये दर्द साथ ही जायेगा, 
जाने किस दिन हिन्दोस्तान आज़ाद वतन कहलायेगा? 
बिस्मिल हिन्दू हैं कहते हैं "फिरआऊँगा,फिर आऊँगा,
फिर आकर के ऐ भारतमाँ तुझको आज़ाद कराऊँगा".

जी करता है मैं भी कह दूँ पर मजहब से बंध जाता हूँ,
मैं मुसलमान हूँ पुनर्जन्म की बात नहीं कर पाता हूँ;
हाँ खुदा अगर मिल गया कहीं अपनी झोली फैला दूँगा,
और जन्नत के बदले उससे एक पुनर्जन्म ही माँगूंगा........!"

रविवार, 21 अक्तूबर 2012

कुछ नया करिए सीएम् साहब

      उत्तर प्रदेश की जनता अब अखिलेश यादव की सरकार से भी नाउम्मीद होती जा रही है। एक युवा मुख्यमंत्री के तौर पर वह सिर्फ अपनें पिता मुलायम सिंह का अपग्रेड वर्जन मात्र बनकर रह गए हैं। उनके फैसलों और कार्यप्रणाली में कहीं कोई नयापन नहीं है। जबकि आम प्रदेश वासी उनसे काफी नयेपन की उम्मीद लगाये बैठा था। पिता श्री के दिए हुए बूढ़े बुझते दिए टाइप के अंकल मंत्रियों के सामनें हमारे सुकुमार मुख्यमंत्री आम आदमी को कुछ ज्यादा ही लाचार और बेबस नजर आ रहे हैं। बस एक बात है जो उनके पक्ष को काफी मजबूती दे रही है, वह यह कि आम आदमी उन्हें समाजवादी पार्टी का सबसे बेदाग़ चेहरा मानता है। लेकिन ज्यादा दिन ऐसे ही सरकार लुढ़कती रही तो उनकी भी स्थिति इमानदार मनमोहन जैसी बन जाएगी, जो खुद तो इमानदार हैं, लेकिन उनके मंत्रियों की कार गुजारियां उनका बंटाधार किये जा रही हैं।  
              सुशील अवस्थी "राजन" मोबाइल- 09454699011

बुधवार, 17 अक्तूबर 2012

लूट सको तो लूट सिद्धांत की सर्वोत्कृष्ट विवेचना

    हमारे देश के कानून मंत्री महा माननीय श्रीमान सलमान खुर्शीद जी नें आज बड़ी ही क़ानूनी बात की है। राष्ट्र द्रोही खलनायक निर्लज्ज कीड़े अरविन्द केजरीवाल को धमकाते हुए उन्होंने कहा कि "फरुखाबाद पहुँच तो जाओगे लेकिन सही सलामत वापस नहीं आ पाओगे" क्योंकि हमारा कानून मंत्री अब कलम से नहीं खून से बात करेगा। खुर्शीद जी के लगातार फैलते यश से प्रसन्न यूपी सरकार नें भी यश भारती पुरष्कार की रकम 5 लाख से बढाकर 11 लाख कर दी है, मैं तो अपनी सरकार से दरख्वास्त करता हूँ कि बढ़ी हुई राशि का प्रथम यश भारती पुरष्कार परम श्रद्धेय सलमान जी को ही प्रदान करे। क्योंकि फरुखाबाद यूपी में ही आता है। यहाँ से निर्वाचित हो आदरणीय सलमान जी नें यूपी को जो यश प्रदान किया है, उसे आनें वाली पीढियां युगों-युगों तक याद रखेंगी। विकलांगो का पैसा डकार जानें की जो जिजीविषा श्रीमान खुर्शीद जी के परिवार में दिखती है, ऐसा लोकोपकारी गुण भारतीय राजनीती के किसी भी दूसरे राजनीतिक परिवार में नहीं दिखता। इससे उनके विशेष घोटालेबाज़ हाजमें का भी पता चलता है, जो सर्वथा दुर्लभ है। इस अवसर पर मैं परम आदरणीय बाबू जी अर्थात बेनी प्रसाद वर्मा जी की इर्ष्या का भी जिक्र करना पासंगिक समझता हूँ। श्रीमान बेनी जी को लगा कि यूपी की सरज़मी पर कोई है जो यश भारती पुरष्कार का स्वाभाविक दावेदार बनता जा रहा है, सो उन्होंने झट से कह दिया कि 71 लाख की रकम पचा जाना कोई बड़े हाजमे का परिचायक नहीं है। मैं बड़ी विनम्रता से कहना चाहता हूँ कि वे किसी इतनें गिरे घोटाले का 71 हज़ार भी पचाकर दिखाएँ तो हम मानें। श्रीमान बाबु जी विकलांग वह जीव है जिसपर राह चलता व्यक्ति भी संवेदना ही प्रदर्शित करता है, लेकिन हमारे परमपूज्य प्रातः स्मरणीय कानून मंत्री श्रीमान सलमान खुर्शीद जी नें धनार्जन के लिए राजनीती में आनें को व्यग्र युवाओं को एक सुलभ मार्ग दिखाया है, कि किस तरह हम सभी युवा राजनीती में आकर इन उपेक्षित और असहाय विकलांगो के नाम पर धनार्जन कर सकते हैं। माननीय कानून मंत्री श्रीमान खुर्शीद जी की यह गोलमाल कथा जो भी नवोदित राजनेता पूरी श्रद्धा और विश्वास से सुनेगा, वह आगामी लोकसभा चुनावों में देश की किसी न किसी लोकसभा से कांग्रेस का टिकट अवश्य पायेगा। सिर्फ इतना ही नहीं विजयी होकर वह कांग्रेस की अगली महाभ्रष्ट सरकार में अति मलाईदार मंत्रालय पाकर लूट सको तो लूट सिद्धांत के सर्वोत्कृष्ट सिद्धांतों का प्रतिपादन कर इस देश के जन मानस पर अमित प्रभाव छोंडेगा। जिसे लोग अनंत काल तक याद रखेंगे। आपका अपना-सुशील अवस्थी "राजन" मोबाइल- 09454699011

सोमवार, 15 अक्तूबर 2012

घोटाले का घुन

देश को खोखला करता आया, घोटाले का घुन रहा है।
अब तो हर मंत्री घोटाले के सपनें बुन रहा है।
क्या न कचोटती होगी स्वर्ग में शहीदों की आत्मा।
आज़ादी के बाद भी आम आदमी अपना सिर धुन रहा है।
बदल गया है समय काल और बदल गए हैं हम सब।
लुटना और लूटना अपनी नियति बन गयी है अब।
नीति और नैतिकता बन गयी भ्रष्टाचार की दासी।
चारों ओर है घुप्प अँधेरा फैली पड़ी उदासी।
ढपली अपनी राग भी अपना, कौन किसकी सुन रहा है।
आज़ादी के बाद भी आम आदमी अपना सिर धुन रहा है।
सुशील अवस्थी गैस को रोयें भई रसोई सूनी।
बिन मेहनत के वाड्रा जी की भई कमाई दूनी।
गैर क़ानूनी काम में लग गया जो था मंत्री क़ानूनी।
राजनीती को योगी भागा करके कुटिया सूनी।
बुरा न देखो बुरा न बोलो यही तरक्की का शगुन रहा है।
आज़ादी के बाद भी आम आदमी अपना सिर धुन रहा है।


शुक्रवार, 12 अक्तूबर 2012

प्रेम से बोलो जय श्री राम .............

     राम भक्तों के लिए अयोध्या एक अति पावन स्थान है। वह स्थान जहाँ हमारे आराध्य खेले घूमे और राज भी किया। इस नगरी के स्मरण मात्र से भक्तों के अनन्य पाप नष्ट हो जाते हैं। आइये अयोध्या के कुछ प्रमुख द्रश्यों का अवलोकन किया जाय । प्रेम से बोलो जय श्री राम .............

सरयू तट का विहंगम दृश्य 


बुधवार, 10 अक्तूबर 2012

हो रहा भारत निर्माण

    आज कल देश और प्रदेश के हालात मुझे बहुत ठीक दिखाई देते हैं। गैस सिलेंडर पर बीबी की लम्बी किचकिच झेल कर जब टीवी का रिमोट संभालता हूँ,तो देखता हूँ कि केजरीवाल और बाबा रामदेव कांग्रेस विरोधी माहौल बनाये राष्ट्रद्रोह पर राष्ट्रद्रोह करते ही चले जा रहे हैं। क्या करें बेचारे जनता के बारे में जो सोंचते हैं। वैसे जनता के बारे में सोंचनें का काम हमारे प्रदेश की पूर्व और अपूर्व मुख्यमंत्री सुश्री बहन मायावती जी भी क्या खूब कर रही हैं, जनहित का ख्याल रखते हुए उन्होंने राजधानी लखनऊ में एक बड़ी रैली बुलाई और कहा कि ठीक अगले ही दिन वो केंद्र की सरकार को उनकी पार्टी द्वारा दिए जा रहे समर्थन पर पुनर्विचार करेंगी, मेरे जैसे गैस सिलेंडर की मार से आहात तमाम पत्नियों के पतियों को लगनें लगा, मानों कि दुःख भरे दिन बीते रे भैया। अब ये जनहित की ही तो बेबसी है कि नीतियों से असहमत होते हुए भी सपा और बसपा जैसी महान उत्तर प्रदेश और देश की शुभ चिन्तक पार्टियाँ राष्ट्र निर्माण में लगी कांग्रेस का निस्पृह भाव से साथ देती आ रही हैं। कभी कभी सोंचता हूँ कि क्या उत्तर प्रदेश और देश के लोग इन पार्टियों द्वारा किये जा रहे अनुपम कार्य का क़र्ज़ उतार सकेंगे? मुझे तो लगता है कि इस प्रदेश और देश के लोग इन दो भाई-बहन छाप पार्टियों सपा और बसपा या यूँ कहें मुलायम और मायावती के आजीवन ऋणी रहेंगे। फिर सोंचता हूँ प्रदेश और देश के लोग ऋणी रहें तो रहें,सुशील अवस्थी तो इन पार्टियों का एहसान उतार कर ही दम लेगा, आगामी लोकसभा चुनावों में इन भारत निर्माण में सन्नद्ध पार्टियों के वोट बैंक को सपरिवार वोट देकर लबालब कर दूंगा। क्या आप भी हमारा साथ देना चाहेंगे? साथ नहीं देंगे तो मैं आप सबको राष्ट्र द्रोही समझूंगा।

शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2012

जय श्री राम

 मैं कल एक बार फिर अयोध्या में था। राम जन्म भूमि, हनुमान गढ़ी, कनक भवन के दर्शन और सरयू में स्नान से मानों जीवन को एक नयी स्फूर्ति मिल गयी है। प्रेम से एक बार आप सभी बोलिए ,,,,,जय श्री राम,,,,, 
 




मंगलवार, 2 अक्तूबर 2012

भगत के बस में हैं भगवान्


भगत के बस में हैं भगवान् .......  इस भजन को सिर्फ एक बार सुन भर लीजिये ...... किसनें गाया किसनें बजाया मुझे कुछ भी नहीं मालूम .....   अगर कुछ मालूम है तो सिर्फ इतना कि यह बड़ा ही प्यारा भजन है। यह भजन भगवान् श्री कृष्ण जी को सम्मुख रखकर लिखा और गाया गया है,,,,,   परन्तु मैं ठहरा राम भक्त सो अपनें इष्ट की फोटो चस्पा कर दी है। अब और समय न जाया करिए।।।।   और सुनिए प्रभु में आसक्ति पैदा कर देनें वाला यह प्यारा भजन .....भगत के बस में हैं भगवान्।।।।।।।।।।



योगी का एक मंत्री.. जिसे निपटाने के लिए रचा गया बड़ा षडयंत्र हुआ नाकाम

  सुशील अवस्थी 'राजन' चित्र में एक पेशेंट है जिसे एक सज्जन कुछ पिला रहे हैं। दरसल ये चित्र आगरा के एक निजी अस्पताल का है। पेशेंट है ...