मंगलवार, 17 जनवरी 2012

ये कैसा लोकतंत्र है?


येन-केन से सत्ता,
बना जब मूलमंत्र   है|
"तंत्र" बड़ा "जन" छोटा,
तो क्या जनगण स्वतंत्र है?
ये कैसा लोकतंत्र है? ये कैसा लोकतंत्र है?
आरक्षण की बात,
प्रतिभा सर धुनंत है|
जाति-धर्म को प्रश्रय,
विकास तोता रटंत है|
ये कैसा लोकतंत्र है? ये कैसा लोकतंत्र है
पैसे पर बिके नेता,
थाना, प्रेस, संत है|
तिकड़म,लूट-खसोट का,
दिखता नहीं अंत है|
ये कैसा लोकतंत्र है? ये कैसा लोकतंत्र है?

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