शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2015

भारत-पाक सहित 8 देश, जो परमाणु हथियारों से मचा सकते हैं कहीं भी तबाही

सुशील अवस्थी "राजन" 
  दुनिया के सबसे खतरनाक शक्तियों में परमाणु हथियारों को शामिल किया जाता है। इसके जरिए पलभर में बड़े से बड़े क्षेत्र में तबाही मचाई जा सकती है। पहली बार इसका प्रयोग अमेरिका ने जापान के नागासाकी और हीरोशिमा पर किया था। इन दोनों शहरों में मची तबाही के बाद से इसका उपयोग नहीं किया गया। हालांकि, अब परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने के लिए ज्यादातर देश तैयार हो गए हैं।
बावजूद इसके कुछ देश परमाणु हथियारों का परीक्षण करने से बाज नहीं आते। ऐसा ही एक देश नॉर्थ कोरिया है, जिसने 9 अक्टूबर 2006 को पहली बार परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था। अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश को आंख दिखाने वाला नॉर्थ कोरिया लगातार अपनी परमाणु शक्ति को बढ़ा रहा है।
हालांकि, नॉर्थ कोरिया के बाद से किसी अन्य देश ने परमाणु हथियारों का परीक्षण नहीं किया है। ऐसे में आज हम आपको दुनियाभर के 9 ऐसे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके पास न्यूक्लियर पावर है।
 सबसे ज्यादा एक्टिव परमाणु हथियार अमेरिका के पास
परमाणु हथियारों की बात करें तो सबसे ज्यादा न्यूक्लियर पावर अमेरिका के पास हैं। एक अनुमान के मुताबिक 7700 परमाणु हथियार अमेरिका के पास हैं। इनमें से 2150 हथियार एक्टिव हैं। पहली बार 1945 में अमेरिका ने इसका प्रयोग किया था। हालांकि, अब सीटीबीटी (व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि) पर हस्ताक्षर कर चुका है।
 सबसे ज्यादा परमाणु हथियार रूस के पास
रूस के पास कुल 8500 परमाणु हथियार मौजूद हैं, जो कि अमेरिका से भी ज्यादा हैं। हालांकि, एक्टिव परमाणु हथियार के मामले में रूस अभी अमेरिका से पीछे है। इसके पास 1740 एक्टिव परमाणु हथियार मौजूद हैं। पहली बार 1949 में न्यूक्लियर पावर का टेस्ट करने वाला रूस सीटीबीटी पर सिग्नेचर करने को तैयार हो गया है।
 यूनाइटेड किंगडम
यूके के पास कुल 225 न्यूक्लियर बम हैं, जिनमें से 160 सक्रिय हैं। पहली बार रूस ने 1952 में इसका प्रयोग किया था। यूके भी सीटीबीटी पर सिग्नेचर करने को तैयार हो गया है।
फ्रांस
यूके के बाद फ्रांस ने न्यूक्लियर टेस्ट किया था। इसके पास 300 न्यूक्लियर हथियार हैं, जिनमें से 290 सक्रिय हैं। फ्रांस भी सीटीबीटी पर सिग्नेचर करने को तैयार हो गया है।
 चीन
चीन ने पहली बार 1964 में न्यूक्लियर टेस्ट किया था। इसके पास अभी 240 परमाणु हथियार हैं, हालांकि इनमें से कोई भी एक्टिव नहीं है। अमेरिका के बाद चीन दूसरा ऐसा देश है, जिसने सीटीबीटी पर सिग्नेचर किया है।
 भारत
भारत ने पहली बार 1974 में परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था। इसके पास 80 से 100 की संख्या में परमाणु हथियार हैं। हालांकि, इनमें कोई भी एक्टिव नहीं है। भारत ने सीटीबीटी पर साइन नहीं किया है।
पाकिस्तान
1988 में परमाणु हथियारों का प्रयोग करने वाले पाकिस्तान के पास कुल 90 से 110 की संख्या में परमाणु हथियार मौजूद हैं। पाकिस्तान ने भी सीटीबीटी पर साइन नहीं किया है।
 
 

सोमवार, 5 अक्तूबर 2015

ताज महल में कुत्‍तों-बंदरों की हरकतें देख शर्मिंदा होते हैं पर्यटक

  सुशील अवस्थी "राजन" 
आगरा. दुनिया के कई पर्यटन स्‍थलों में से एक आगरा स्थित ताजमहल भी लोगों के आकर्षण का केंद्र हैं। इसे दुनिया के सात अजूबों में से एक माना जाता है, लेकिन यहां कुत्‍तों और बंदरों की हरकतें देखकर अक्‍सर पर्यटक भी शर्मिंदा हो जाते हैं। साथ ही यहां पर लोगों के फोटो खिंचवाते समय कई बार अजीबोगरीब हालात पैदा हो जाते हैं। ताजमहल के आसपास कुत्‍ते बेखौफ घूमते हैं, अंदर जाते हैं और बाहर आ जाते हैं। इन पर न ही नगर निगम का बस चलता है, न ही सीआईएसएफ का।
क्‍या हुआ जब महिला को हुई शर्मिंदगी
एक विदेशी पर्यटक ताज महल के बाहर योगासन के दौरान फोटो खिंचवा रही थी। इसी दौरान एक कुत्‍ते ने उसी बेंच पर गंदगी फैला दी। पहले तो महिला ने शर्मिंदगी महसूस की, लेकिन बाद में वह इसे देखकर हंसने लगी। वहीं, ताज महल की मुख्‍य कैनाल में लोगों के जाने पर प्रतिबंध है, लेकिन यहां कुत्‍ते स्‍वीमिंग करके नहाते देखे जाते हैं।
एक साल से बंद है कुत्‍तों को हटाने का काम
ताज महल से कुत्‍तों को हटाने का काम पिछले एक साल से बंद है। इस काम को नगर निगम करता था, लेकिन जानवर के साथ अत्‍याचार को लेकर पीपुल फॉर एनिमल संस्‍था ने आपत्ति जता दी। इसके बाद यहां से कुत्‍तों को हटाने का काम बंद हो गया। नतीजतन, कुत्‍ते यहां लगातार दौड़ते-भागते दिखते हैं। रूसी पर्यटक ओलांदो कहते हैं कि ताजमहल में कुत्‍तों की वजह से उन्‍हें काफी दिक्‍कत हुई, इसलिए यहां से कुत्‍ते हटाए जाने चाहिए। वहीं, पुरातत्‍वविद् भुवन विक्रम का कहना है कि ताजमहल में बंदरों को हटाने को लेकर नगर निगम को कई बार पत्र भेजा जा चुका है। मेयर इंद्रजीत आर्य ने बताया कि कुत्‍तों को हटाने की प्रक्रिया जल्‍द शुरू की जाएगी।

योगी का एक मंत्री.. जिसे निपटाने के लिए रचा गया बड़ा षडयंत्र हुआ नाकाम

  सुशील अवस्थी 'राजन' चित्र में एक पेशेंट है जिसे एक सज्जन कुछ पिला रहे हैं। दरसल ये चित्र आगरा के एक निजी अस्पताल का है। पेशेंट है ...