रविवार, 3 मार्च 2013

चल रे मन चित्रकूटहि चलु ....

मैं कल एक बार फिर चित्रकूट में था । 
राम घाट पर मन्दाकिनी स्नान 

हनुमान धारा पहाड़ी से विहंगम द्रश्य 

स्फटिक शिला पर बैठकर मिला दिव्यता का एहसास 

गुप्त गोदावरी की पावन गुफा के अन्दर का मन भावन दृश्य 

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