काल
गुरुवार, 22 सितंबर 2011
मेरी प्यारी रिशिका
मेरी प्यारी रिशिका (१८ महीना) अब चलनें की जिद करनें लगी है| कोई उसके हाँथ पकड़कर उसे सहारा दे तो फिर उसके लड़खड़ाते कदमों की गति देखनें लायक होती है| मुझे तो बड़ा आनंद मिलता है| ईश्वर उसे हमेशा प्रसन्न रखे|
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