रविवार, 1 मई 2011

"KRIPA RAM KI"

            कृपा राम की

राम नाम आधार जिन्हें वे जल में राह बनाते हैं,
जिन पर किरपा राम करें वे पत्थर भी तिर जाते हैं|
       जामवंत कह सुनु रघुराया,जा पर नाथ करहूँ तुम दाया|
       ताहि सदा शुभ कुशल निरंतर, सुर-नर मुनि प्रसन्न ता ऊपर|
       सोई बिजई बिनई  गुन  सागर, तासु सुजसु त्रिलोक उजागर|
       प्रभु की कृपा भयहु सब काजू जन्म हमार सुफल भा आजू|
       जा पर कृपा राम कैय होई ता पर कृपा करै सब कोई|

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